नंदलाल मीणा पर भी जमकर बरसे विधायक
विधायक रामलाल मीणा ने कहा कि नंदलाल मीणा खुद मंत्री थे। उनका पूरा परिवार राजनीति में था। सभी पदों पर अपने परिवार के लोगों को बिठा रखा था। उनकी पुत्रवधु जिला प्रमुख है। पुत्र भी राजनीति में हैं, लेकिन किसी ने भी कभी जनता के बीच जाकर समस्या जानने की कोशिश नहीं की। आज जो समस्याएं सामने आ रही हैं, वे पिछले 30-35 सालों में हुए कुशासन का नतीजा है। रामलाल ने कहा कि नन्दलाल मीणा ने अपने परिवार के लोगों को विभिन्न पदों पर लगा कर उन्हें फायदा पहुंचाया और जनता के बीच नहीं आए।
विधायक रामलाल मीणा ने कहा कि नंदलाल मीणा खुद मंत्री थे। उनका पूरा परिवार राजनीति में था। सभी पदों पर अपने परिवार के लोगों को बिठा रखा था। उनकी पुत्रवधु जिला प्रमुख है। पुत्र भी राजनीति में हैं, लेकिन किसी ने भी कभी जनता के बीच जाकर समस्या जानने की कोशिश नहीं की। आज जो समस्याएं सामने आ रही हैं, वे पिछले 30-35 सालों में हुए कुशासन का नतीजा है। रामलाल ने कहा कि नन्दलाल मीणा ने अपने परिवार के लोगों को विभिन्न पदों पर लगा कर उन्हें फायदा पहुंचाया और जनता के बीच नहीं आए।
सभापति के लिए बोला विवादास्पद बयान
भाजपा के गांधी चौराहे पर प्रदर्शन के दौरान सोमवार को सभापति कमलेश डोसी ने विधायक मीणा पर कई आरोप लगाए थे। जिनका जवाब देते हुए रामलाल ने कहा कि भाजपा सरकार ने उनकी अलग अलग विभागों से जांच करवाई, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। उन्होंने सभापति डोसी के व्यवसाय को लेकर भी विवादास्पद बयान दिया और बोले- कि सभापति अपने इसी व्यवसाय के सिलसिले में मुम्बई गए थे और वहां उन्हें मारपीट कर फेंक दिया है। भाजपा के पदाधिकारी ऐसे काम कर रहे हैं। बांध निर्माण में किसानों को मुआवजा नहीं मिलने की समस्या पर सिंचाई विभाग को एक दो माह में मुआवजा जारी करने के निर्देश दिए।
भाजपा के गांधी चौराहे पर प्रदर्शन के दौरान सोमवार को सभापति कमलेश डोसी ने विधायक मीणा पर कई आरोप लगाए थे। जिनका जवाब देते हुए रामलाल ने कहा कि भाजपा सरकार ने उनकी अलग अलग विभागों से जांच करवाई, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। उन्होंने सभापति डोसी के व्यवसाय को लेकर भी विवादास्पद बयान दिया और बोले- कि सभापति अपने इसी व्यवसाय के सिलसिले में मुम्बई गए थे और वहां उन्हें मारपीट कर फेंक दिया है। भाजपा के पदाधिकारी ऐसे काम कर रहे हैं। बांध निर्माण में किसानों को मुआवजा नहीं मिलने की समस्या पर सिंचाई विभाग को एक दो माह में मुआवजा जारी करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री भी हैं विकास को लेकर तत्पर
विधायक ने कहा कि उन्हें सत्ता का लोभ नहीं है। वे बस काम करना चाहते हैं। अगले पांच साल में जितना हो सकेगा। उतना काम करेंगे। रामलाल मीणा ने कहा कि सीएम गहलोत से जब उन्होंने मुलाकात की थी, तब गहलोत ने कहा था कि आपने कमाल कर दिया। विकास में जो भी सहयोग चाहिए देने को मैं तैयार हूं।