करजू.कालिका माता मंदिर परिसर में बुधवार को शुभ मुहूर्त में नवरात्र पर्व पर घट स्थापना की गई। संकट मोचन हनुमान मंदिर पर अखंड रामायण, मैया के पाठ का शुभारंभ किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि नवरात्र के उपलक्ष में संकट मोचन हनुमान मंदिर पर नौ दिन तक अखंड रामायण मैया के पाठ का वाचन किया जाएगा।
सालमगढ़.क्षेत्र में जगह-जगह घट स्थापना के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना हुई। सालमगढ़ कस्बे में नवरात्र के मौके पर प्रमुख स्थानों पर घट स्थापना व मूर्ति स्थापना का कार्यक्रम हुआ। नौ दिवसीय गरबा नृत्य का आयोजन भी किया जाएगा।
दलोट.कस्बे सहित क्षेत्र में नवरात्रि की धूम शुरू हो गई। गांव में बुधवार को ओम साई राम गरबा मंडल की ओर से मां अंबे की 51 मूर्तियां नि:शुल्क वितरण की गई । मां की मूर्तियां वितरण कर ओम साईं राम गरबा मंडल की ओर से सभी मूर्तियों को नगर में बैंड बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई।
धरियावद.शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन बुधवार को क्षेत्र के आवरीमाता एवं आशापुरा शक्तिपीठों सहित दातामंदिर, नरसिंगमाता, भदेरिया भैरू सहित अन्य जगहों पर धट एवं कलश स्थापना विधिपूर्वक की गई। नगर के हनुमान कॉलोनी स्थित शक्तिपीठ आशापुरा माता पर आशापुरा एवं विजवामाता की प्रतिमा पर श्रृंगार धराया गया। दिनभर भक्तों का ताता लगा रहा रात्रि को नगर के पुराना बसस्टेण्ड, आशापुरामाता, लसाडिया चौराए, नई कॉलोनी गरबा पंडालों में आरती के साथ डांडिया खेला गया।
छोटीसादड़ी.शक्ति की भक्ति का पर्व नवरात्र बुधवार से शुरू हुआ। घरों में पूजा-पाठ और मंदिरों में दुर्गा सप्तशती के पाठ व अखण्ड जोत प्रज्वलित की गई। गली-मोहल्लों में भी माता की प्रतिमाओं की स्थापना कर उनकी पूजा-अर्चना की गई। नवरात्र महोत्सव के गरबा के आयोजन शुरू हो गए। भंवर माता मंदिर के पुजारी अरविंद कुमार औदिच्य ने बताया कि मंदिर में घटस्थापना से पूर्व द्वार पूजा की गई। अश्विनी शुल्क प्रतिपदा को मध्यान्ह वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 12.15 पर मंदिर के गर्भगृह में घटस्थापना हुई। घटस्थापना के साथ प्रतिदिन तीन बार देवी मां की आरती शुरू हो गई है । साथ साथ दुर्गा सप्तशती के पाठ, शक्ति उपासना कर माता के बीज मंत्र का जाप भी शुरू हो गए हंै। वहीं नगर के अन्नपूर्णा माता मंदिर, भंवर माता रोड स्थित कालका माता मंदिर, स्वरूपगंज में स्थित आवरीमाता मन्दिर, दाता भैरव मंदिर सहित विभिन्न शक्तिपीठों व धार्मिक स्थलों पर माता की प्रतिमाओं को श्रृंगारित कर विधि विधान के साथ घट स्थापना की गई ।