समझौते की बात नहीं मानने पर शूटरों से करवाई थी युवक की हत्या
प्रतापगढ़Published: Nov 14, 2018 07:34:40 pm
– युवक की फायर कर व तलवार से गला रेतने का मामला
– मुख्य साजिशकर्ता समेत पांच लोग गिरफ्तार
– तीन शूटर नामजद
– कडिय़ावद गांव में १० दिन पहले की थी निर्मम हत्या
प्रतापगढ़
गत दिनों कडिय़ावद गांव में युवक समरथ कुमावत की निर्ममतापूर्वक की गई हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता समेत रैकी करने में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि तीन शूटरों को नामजद किया है। जो अभी फरार है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि जमीन मामले में समझौते की बात नहीं मानने से खफा मुख्य साजिशकर्ता ने किराए के शूटरों से युवक की हत्या करवाईथी।
पुलिस अधीक्षक शिवराज मीना ने बताया कि हत्या के मामले में मुख्य साजिशकर्ता अखैपुर निवासी रोशम खां और साजिश में सहयोग देने वाले संचई गांव निवासी सुखलाल गायरी, रविन्द्रसिंह, प्रकाश गायरी, ओमप्रकाश गिरी को गिरफ्तार किया गया है। जबकि गोली मारने वाले आरोपियों की पहचान सौयद उर्फ सोईद पुत्र मिठ्ठू खां उर्फ शब्बीर खां निवासी मण्डावल दरवाजा ताल जिला रतलाम, साजिद उर्फ भय्या पुत्र हमीद खां और अमजद उर्फ टिकोला पुत्र एहमद कुंजडा निवासी इस्लामपुरा ताल जिला रतलाम मध्यप्रदेश के रूप में की गईहै। तीनों शूटर भनक लगते ही फरार हो गए।
गौरतलब है कि 3 नवम्बर को समरथ पुत्र बद्रीलाल कुमावत निवासी संचई की कडिय़ावद गांव में एक अन्य बाइक पर आए तीन नकाबपोश युवकों ने उसे गोली मारकर सडक़ पर गिरा दिया था। इसके बाद गला रेतकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद परिजनों ने स्थानीय लोगों पर आशंका जताई और दो दिन तक रोड जाम किए और मामले का खुलासा करने की मांग की थी। मृतक के भाई शांतिलाल ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें जमीन विवाद को लेकर हत्या की आशंका जताई गईथी। अखेपुर के कुछ लोगों पर आरोप लगाया था कि दो माह पहले जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस पर पुलिस वृत्त निरीक्षक बाबुलाल मुरारिया ने जांच शुरू की।
सुखलाल से था जमीन का विवाद
एसपी ने बताया कि समरथ का संचई गांव निवासी सुखलाल गायरी से चरनोट जमीन व देवरे को लेकर विवाद था। सुखलाल ने समझौते के लिए पहले अखेपुर के रोशम खां से सम्पर्क किया। रोशम प्रतापगढ़ थाने का हिस्ट्रीशीटर तथा हार्डकोर अपराधी है। उसने सुखलाल गायरी तथा समरथ कुमावत के बीच समझौते का प्रयास किया। लेकिन समरथ कुमावत ने रोशम खां की बेइज्जती की और बात नहीं मानी। इस पर रोशम ने मध्यप्रदेश के ताल थाना क्षेत्र से तीन शूटर बुलवाए। तीनों का सम्पर्क सुखलाल गायरी, और रविन्द्रसिंह, प्रकाश गायरी, ओमप्रकाश गिरी से कराया। इन सभी के खेत समरथ के खेत के आसपास थे और इनका समरथ से विवाद चल रहा था। जब समझौते से बात नहीं बनी तो उन्होंने समरथ कुमावत के आने-जाने पर निगरानी रखवानी शुरु की। बाहर से बुलवाये शूटरों को सूचना देते रहे। जिस पर तीनों शूटरों ने तीन नवम्बर को समरथ की हत्या की कर दी।