आरक्षण का आधार जातिगत ना होकर आर्थिक हो प्रतापगढ़. श्री राजपूत करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्रसिंह कालवी ने कहा कि आरक्षण का आधार जातिगत ना होकर आर्थिक होना चाहिए। ऐतिहासिक तथ्यों से तोड़ मरोड़ बंद होनी चाहिए और सामाजिक समरसता बिगाडऩे के प्रयासों पर लगाम लगाई जानी चाहिए।
वे सोमवार को शहर के निजी रिसोर्ट में करणी सेना की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज की कईसमस्याएं हैं। इनका निराकरण नहीं किया गया है। इसे लेकर सरकार को चेताया जाएगा।
कालवी ने कहा कि राजपूत करणी सेना के 23 सितंबर को 12 वां स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में वीर भूमि चित्तौडगढ़़ में आजाद भारत का सबसे बड़ा क्षत्रिय सम्मेलन ‘जोहर स्वाभिमान सम्मेलन’ आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन में देश भर से लाखों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। उन्होंने समारोह के उद्देश्यों के बारे में चर्चा की।
आरक्षण पर चर्चा करते हुए कालवी ने कहा कि इसका आधार जातिगत ना होकर आर्थिक हो, ऐतिहासिक तथ्यों से तोड़ मरोड़ बंद हो। सामाजिक समरसता को बिगाडऩे के प्रयासों पर लगाम लगाई जाए। कई समस्याओं को लेकर सरकार को चेताया जाएगा। बैठक में मेवाड़ क्षत्रिय महासभा जिला अध्यक्ष डीडी सिंह राणावत थे। अध्यक्षता श्री राजपूत करणी सेना प्रतापगढ़ जिला अध्यक्ष मधुसूदन झाला ने की।
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कार्यकारिणी का किया विस्तार
वहीं श्री राजपूत करणी सेना की जिला कार्यकारिणी का विस्तार किया गया।जिला संयोजक पद पर श्यामप्रतापसिंह शक्तावत कोटडी, जिला सचिव पद पर समुंदर सिंह झाला, जिला महामंत्री पद पर चंद्रपालसिंह सिसोदिया वरमंडल, जिला उपाध्यक्ष पद पर मानवेंद्रसिंह झाला कारुंडा, श्री राजपूत करणी सेना छोटीसादड़ी तहसील महामंत्री पद पर उम्मेदसिंह राठौड़ बरोल को नियुक्त किया। इस दौरान बैठक में मेवाड़ क्षत्रिय महासभा छोटीसादड़ी अध्यक्ष ललितसिंह शक्तावत, धरियावद अध्यक्ष दिग्विजयसिंह भायल, अरनोद अध्यक्ष उपेंद्रसिंह रायपुर, गजेंद्रसिंह, गागरोल उप सरपंच शंकरसिंह शक्तावत, पूर्व पार्षद शूरवीरसिंह देवल सहित कई लोग मौजूद थे। मौजूद पदाधिकारी एवं कायकर्ताओं ने अधिक अधिक संख्या में 23 सितंबर को आयोजित होने वाले चित्तौडगढ़़ में समारोह में भाग लेने का आह्वान किया