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30 गर्लफ्रेंड्स और लाखों की नौकरी छोड़कर अघोरी बने इटली के एलेस्सो, बोले- मोक्ष के लिए आया

Mahakumbh 2025: प्रयागराज में इन दिनों दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक उत्सव चल रहा है। 144 वर्षों में एक बार आने वाले महाकुंभ में देश ही नहीं विदेश से भी आए साधु संतों की खूब चर्चा हो रही है। इसी बीच इटली के अघोरी बाबा खूब वायरल हो रहे हैं।

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Mahakumbh 2025

महाकुंभ का क्रेज देश ही नहीं विदेशों में भी देखने को मिल रहा है। पूरा विश्व आस्‍था के रंग में रंग चुका है। यहां से हर रोज बाबा बनने की नई-नई कहानियां सामने आ रही है। अभी IIT बाबा की चर्चा खत्म भी नहीं हुई थी कि एक और बाबा चर्चा में आ गए हैं। ये बाबा हैं इटली के एलेस्सो। आइए आपको बताते हैं इनके बाबा बनने की की कहानी।

इटली के एलेस्सो बने भाषनाथ

गोरा चिट्टा शरीर। छह फीट से ज्यादा लंबाई। शरीर पर कई जगह आभूषण पहनने के लिए बनवाए गए छेद (पियसिंग) हैं। भभूत से चमकता चेहरा। कमर में बंधा मग सिर पर बड़ा सा जूड़ा। गले में रुद्राक्ष समेत कई मालाएं। ऐसी वेश-भूषा बना रखी है इटली के रहने वाले एलेस्सो ने। वह अघोरी बन गए हैं। नाम है, भाषनाथ।

'इटली में नहीं लगता मन'

एलेस्सो कहते हैं, एक वर्ष से सभी बुरी आदतों से दूर हूं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एलेस्सो का कहना है कि अब उनका मन इटली में नहीं लगता। वहां उनके पास अच्छी नौकरी थी। उनकी मानें तो करीब तीस गर्लफ्रेंड थीं। उनका जीवन पश्चिमी संस्कृति की आधुनिकता और तकनीकी सुविधाओं से भरा हुआ था लेकिन, जीवन में शांति नहीं थी । इसीलिए वह भारत आते रहते हैं।

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साधु-संतों के जीवन पर अध्ययन के दौरान बदल गया मन

कुछ वर्ष पूर्व वह भारत आए। साधु-संतों के जीवन पर गहराई से अध्ययन किया और धीरे- धीरे खुद इस जीवनशैली के करीब होते गए। अब उनका मन यहीं लगता है। आपको बता दें कि अघोर पंथ भारतीय तांत्रिक परंपरा का हिस्सा है, जो शिव की आराधना पर आधारित है। यह पंथ मृत्यु, मोक्ष और आत्मज्ञान को समझने का मार्ग प्रदान करता है।