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संगम नगरी में चन्द्र ग्रहण के बाद खुले मंदिरों के कपाट, सावन के पहले दिन उमड़ी भक्तों की भीड़

इलाहाबाद में चन्द्र ग्रहण के दौरान संगम तट और गंगा में हुआ स्नान, श्रद्धालुओं ने लगायी आस्था की डुबकी।

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Sawan 2018 Allahabad

सावन 2018 इलाहाबाद

इलाहाबाद. सदी के सबसे बड़े चंद्र ग्रहण के बाद संगम नगरी में मंदिरों देवालय शिवालयों और संगम घाट पर लोगों ने पूजा पाठ कर ईश्वर की आराधना की। शुक्रवार की देर रात से शनिवार की भोर तक ग्रहण के बाद सुबह मंदिरों का कपाट खोला गया। जिसके बाद मंत्रोच्चारण और बीच शंखनाद कर गर्भ गृह में पूजा पाठ आरती के बाद आम दर्शनार्थियों के लिए मंदिर खोल दिए गए।

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चंद्र ग्रहण के बाद आज सावन की भी शुरुआत हुई है, जिसके पहले दिन शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा।सुबह भोर से ही श्रद्धालु संगम तट और दशासुमेर घाट पर स्नान करने के बाद मनकामेश्वर मंदिर बड़े हनुमान जी मंदिर पांडेश्वर धाम दक्षिणेश्वर मंदिर पर भगवान के दर्शन पूजन के लिए पहुंचते रहे। इस दौरान भगवान् शिव की मंदिर में भक्तों ने बेल पत्र और दूध अर्पित किया।

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संगम पर बढ़ रहे लगातार जलस्तर के बाद स्नानार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस तैनात रही और लोगों को घाटों के किनारे स्नान करा कर वापस कर दिया गया। बड़े मन मंदिर के महंत नरेंद्र गिरी महाराज ने बताया कि ग्रहण के बाद भोर में चार बजे मंदिर के कपाट खोल दिए गये। मंदिर में भगवान की मूर्ति का स्नान पूजन और श्रृगार के बाद मदिर में भक्तों के प्रवेश की अनुमति दी गई। वहीं पांडेश्वर धाम के महंत सुनील गिरी ने बताया कि सावन का पहला दिन होने के चलते सुबह भोर में ही मंदिर खुल गया है। कांवरियों के आने के साथ अन्य दर्शनार्थी भी मंदिर में पहुंच रहे हैं। ग्रहण के बाद भगवान को कष्ट से छुटकारा मिलता है। जिस के नाते भक्त उनका दर्शन कर उन्हें नमन करने मंदिर में पहुंचते हैं।
By Prasoon Pandey