इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शहर के गांजा चौक निवासी संजय सहगल घर पर ही बर्फ फैक्ट्री का संचालन करते थे और वे वहां स्वयं भी कर काम को करते थे। प्रतिदिन की भांति मंगलवार की दोपहर भी वे बर्फ फैक्ट्री पर काम कर रहे थे। बर्फ जमाने के लिए वहां ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग भी किया जाता है। बताया जा रहा है कि दोपहर करीब ड़ेढ बजे ऑक्सीजन सिलेंडर के कंप्रेसर को कम ज्यादा करना था। ऐसे में वे स्वयं ही ऑक्सीजन सिलेंडर कंप्रेसर को ठीक कर रहे थे। इस दौरान अचानक ऑक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट हो गया।
तेज धमाका की आवाज आई तो घर के अन्य सदस्य व आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। इस दौरान संजय सहगल खून से लतपथ पड़े थे। वहीं उनके साथ बर्फ फैक्ट्री पर कार्य करने वाला अमन पटेल भी घायल अवस्था में पड़ा था। मौके पर पहुंचे लोगों ने तत्काल दोनों को अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां प्रारंभिक उपचार के बाद ही चिकित्सकों ने संजय सहगल को मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि संजय सहगल के हाथ, सिर व आंख पर गंभीर चोट आई और उनकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी।
Oxygen Cylinder Blast: कुछ साल पहले पिता की भी गई थी जान
बताया जा रहा है कि कुछ साल पहले भी उक्त बर्फ फैक्ट्री पर हादसा हुआ था। इस समय संजय सहगल के पिता की जान गई थी। हालांकि तब किसी प्रकार का
ब्लास्ट नहीं हुआ था, बल्कि बर्फ फैक्ट्री में आई बिजली की खराब को उनके पिता दूर कर रहे थे। इस समय अचानक उन्हें करंट लग गया और उनकी मौत हो गई।
घायल सहकर्मी उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती
वहीं बर्फ फैक्ट्री में काम करने वाला अमन पटेल मूल रूप से प्रयागराज का रहने वाला है। यहां वह लंबे समय से काम कर रहा है। उसे भी उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अमन पटेल के नाक व मुंह पर चोंट आई है। हालाकि वह खतरे के दायरे से बाहर है। वहीं आसपास के लोगों की माने तो जब यह हादसा हुआ। इस समय दो अन्य लोग भी फैक्ट्री में बर्फ लेने के लिए पहुंचे थे। वे भी मामूली रूप से घायल हुए। ऐसे में उन्हें अस्पताल भी जाने की आवश्यकता नहीं पड़ी।
कारखाने की छत तक खून के छींटे
बर्फ जहां जमाया जाता है वह एक हाल में ही संचालित है। पास में ही ऑक्सीजन सिलेंडर रखा हुआ था। जो ऑक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट हुआ उसके आसपास खून के छिंटे पड़े हैं। वहीं जमीन पर भी ब्लड के धब्बे काफी मात्रा थे। वहीं ब्लड के छिंटे छत तक थे। जबकि ब्लास्ट होने वाले स्थान पर बनाया गया सीमेंट का छज्जा भी दरक गया है। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि ब्लास्ट काफी तेज था।
Oxygen Cylinder Blast: जांच में जुटी पुलिस
मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। कोतवाली थाना प्रभारी का कहना है कि प्रारंभिक जांच में हादसे की वजह सिलेंडर में गैस लीकेज या प्रेशर अधिक होना है। हालांकि अभी जांच चल रही है। वहीं यह कहा जा रहा है कि फैक्ट्री में रखे सुरक्षा मानकों की जांच भी की जाएगी।
परिजनों का बुरा हाल
घटना के समय मृतक की मां सहित उन्हें परिवार के अन्य सदस्य घर पर मौजूद थे। इसमें अधिकांश महिलाएं ही थी। सभी अपने-अपने काम में मशगुल थे। अचानक जब यह हादसा हुआ तो परिजन घटना स्थल पर पहुंचे। घटना के बाद से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।