पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चन्द्रपुर निवासी अजय देवांगन पिता भागीरथी देवांगन 23 वर्ष के पिता की मृत्यु हो जाने के बाद वह अपने चाचा हरिप्रकाश देवांगन के साथ टिमरलगा में रहता था। 09 जुलाई की रात्रि करीब 08 बजे उसने अपने चाचा से कहा कि वह अपने दोस्त के बाइक क्रमांक सीजी 11 सीएच9866 में गुड़ेली तरफ से घूमकर आ रहा है। इसके बाद वह घर ने निकल गया। कुछ दूर चलने के बाद अंधेरे में धर्मकांटा संचालक द्वारा बीच सड़क पर डंप किए गए राबीस डस्ट का ढेर उसे नहीं दिखा और वह सीधे डस्ट के ढेर से टकरा गया। जिससे वह सिर के बल सड़क पर गिरा और उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
विरोध पर उतरे सैकड़ों लोग
घटना के बाद मौके पर करीब 700 लोगों की भीड़ लग गई थी। जोकि देखते ही देखते आक्रोशित हो गई। इसके बाद आक्रोशित भीड़ द्वारा शव को बीच सड़क में रख कर प्रदर्शन किया गया। घटना की सूचना मिलते ही सारंगढ़ थाना प्रभारी गोपाल धुर्वे, एएसआई दिलीप बेहरा, तहसीलदार व पुलिस स्टाफ मौके पर पहुंचे और पीडि़त परिजनों को तत्काल सहायता राशि 25 हजार रुपए दिया गया। इसके बाद घंटों समझाइश के बाद भीड़ करीब रात्रि 12 बजे शांत हुई। इसके बाद शव को सारंगढ़ अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से पीएम के बाद शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की जंाच कर रही है।
बिना संकेत बोर्ड व लाइट के ही रख दिया डस्ट
इस संबंध में एएसआई दिलीप बेहरा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि धर्मकांटा संचालक गोड़म निवासी सोनू अग्रवाल है। जोकि बिना किसी संकेत बोर्ड व लाइट के असुरक्षा की दृष्टि से राबीस डस्ट के ढेर को एनएच में बीस सड़क पर रखवा दिया है। जिससे दुर्घटना घटी व एक युवक की मौत हो गई। इस मामले में मर्ग कायम करते हुए सोनू अग्रवाल के खिलाफ धारा 304ए के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है। मामले की विवेचना की जा रही है।