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घर में घुसे चोरों की सूचना दी लोगों ने पुलिस ने खेला मुखबिर का खेल, चार चोरियों का किया गया खुलासा

लाखों रुपए की इस चोरी मामले में सच्चाई से उलट

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लाखों रुपए की इस चोरी मामले में सच्चाई से उलट

लाखों रुपए की इस चोरी मामले में सच्चाई से उलट

रायगढ़. चक्रधर नगर पुलिस ने शहर में हुई चार चोरियों का एक साथ खुलासा किया है। हालांकि इस खुलासे में पुलिस के थ्योरी और फार्मूले दोनों पर कई सवाल उठ रहे हैं। लाखों रुपए की इस चोरी मामले में सच्चाई से उलट पुलिस ने एक नई कहानी को मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में सुना दिया।


केलो विहार के जिस घर में चोरी करने के दौरान आरोपी, पीडि़त परिवार की सूचना पर रंगे हाथ पकड़ाया। पुलिस उक्त आरोपी को चोरी को सामान बिक्री करते पकड़े जाने की बात कह रही है। सबसे खास बात तो यह है कि छोटे अतरमुड़ा निवासी जिस महिला के घर से केलो विहार व प्राची विहार में हुई चोरी के सामान को डंप किया गया था।

जिसके खिलाफ कार्रवाई करने मुहल्ले के महिलाओं ने चक्रधर नगर पुलिस से शिकायत भी की, उस महिला को पुलिस ने आरोपियों की सूची से बाहर रखा है। पुलिस ने चोरी के इस 4 मामलों में एक शातिर नाबालिग सहित 4 आरोपियों को पकड़ा है। जिनके पास से 2 लाख रुपए से अधिक के घरेलू सामान को जब्त किया गया है।

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शहर के केलो विहार कॉलोनी में शनिवार की देर रात एसईसील के अधिकारी एसके षाडंगी के किराए के सूने घर में चोरी के बाद आरोपी पड़ोसी इंजीनियर के घर में जा घुसे। छत के सहारो घर में प्रवेश करने के दौरान परिजनों की नींद खुली और पुलिस की मदद से आरोपी पकड़े गए। रविवार की सुबह तक सोशल मीडिया में यह खबर वायरल भी हो चुकी थी।

पर 3 दिन बाद जब रायगढ़ पुलिस ने प्रेस वार्ता कर चोरी करने वाले इस गिरोह के सदस्यों का पर्दाफाश किया तो अपनी ही कहानी में उलझती नजर आई। जिस नाबालिग आरोपी को रंगे हाथ पकड़ा गया था। उस नाबालिग को पुलिस के आला अधिकारी प्रेस वार्ता के दौरान चोरी का सामान बेचने के दौरान पकड़े जाने की बात कह रहे हैंं।


पुलिस की माने तो सबसे पहले शातिर नाबालिग पकड़ा गया। उससे पूछताछ के बाद 3 अन्य आरोपी रवि चौहान पिता कृष्णा चौहान 21 वर्ष, कन्हैया यादव पिता बंधु यादव 30 वर्ष व दिलीप ठाकुर पिता जगन्नाथ ठाकुर 22 वर्ष को पकड़ा गया। पकड़े गए सभी आरोपी जिला पंचायत के पीछे स्थित छोटे अतरमुड़ा के निवासी है। आरोपियों से पूछताछ के बाद एक-एक कर चोरी के 4 मामलों को खुलासा हुआ। जिसमें पुलिस को भारी मात्रा में घरेलू सामान भी बरामद किया है।


जिसमें रसोई गैस सिलेंडर, लैपटॉप, टीवी, शासकीय योजना के तहत दी जाने वाली साइकिलें, मोबाइल, मोटर पंप, पंखा, होम थियेटर, बर्तन, तिरपाल व अन्य सामान शामिल हैं। पुलिस के आला अधिकारी इस चोरी मामले का खुलासा करने के बाद काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं।


बच्चों को गलत करने उकसाती है महिला
चोरी के 4 मामलों में जब सामान बरामद करने की पहल की गई तो चोरी का अधिकांश सामान, जिला पंचायत के पीछे छोटे अतरमुड़ा निवासी एक महिला के घर से बरामद किया गया। उक्त महिला के संदिग्ध कार्यशैली व चोरी में संलिप्ता की शिकायत लेकर मुहल्ले की कुछ महिलाएं चक्रधर नगर थाना भी पहुंची हुई थी।

जिससे उसके खिलाफ भी अपराध दर्ज हो। महिलाओं की माने तो मुहल्ले के लड़कों को उक्त महिला अपराधिक वारदातों में मनोबल बढ़ाने का काम करती है। पर पुलिस द्वारा बनाई गई आरोपियों की सूची में उक्त महिला का नाम नहीं है। जबकि इस मामले में फरार चल रहा एक अन्य आरोपी भी महिला का ही रिश्तेदार है।


गर्म कपड़ों के पोटली पर नहीं मिला जवाब
प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया ने चोरी के सामान के साथ नए गर्म कपड़ों के पोटली व अन्य सामान मिलने की बात पर सवाल उठाए। जिसका जिक्र चोरी के बरामद सामान मेंं नहीं किया गया था। जिस पर पुलिस के आला अधिकारी गोल-मटोल जवाब देकर बचते हुए नजर आए।

वहीं पुलिस का कुछ ऐसा ही हाल उक्त महिला को आरोपी नहीं बनाने पर भी था। पुलिस के आला अधिकारी बार-बार इसी बात को दोहरा रहे थे कि यह जांच का विषय है। जांच के दौरान अगर उक्त महिला की संलिप्ता पाई जाएगी तो उसे भी आरोपी बना अपराध दर्ज कर जेल दाखिल किया जाएगा। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब जांच जारी है, विवेचना जारी है फिर प्रेस इन चोरियों का खुलासा करने की क्या जल्दी थी।