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सरकार चुपके से धान का रकबा कम कर किसानो के साथ कर रही है बड़ा खेल- भाजपा

जिलों में किसानों को बुलाकर रकबा कम करने की कार्यवाही हो रही है। इस पर 14 सदस्यों ने स्थगन प्रस्ताव दिया था। विधायक अजय चंद्राकर की स्थगन सूचना को पढ़ने के बाद मंत्री अमरजीत भगत ने शासन की तरफ से जवाब रखा।

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रायपुर. आज छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन था। किसानों के धान का रकबा कम किए जाने को लेकर विधानसभा में एक बार फिर से जोरदार जोरदार हंगामा हुआ। विपक्ष का आरोप है कि व्हाट्सएप में सभी पटवारी और तहसीलदारों को किसानों के धान का रकबा कम करने का आदेश दिया गया है।

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इसके बाद जिलों में किसानों को बुलाकर रकबा कम करने की कार्यवाही हो रही है। इस पर 14 सदस्यों ने स्थगन प्रस्ताव दिया था। विधायक अजय चंद्राकर की स्थगन सूचना को पढ़ने के बाद मंत्री अमरजीत भगत ने शासन की तरफ से जवाब रखा।

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उन्होंने रकबा कम करने की बात से साफ इनकार किया और कहा शासन की तरफ से इस प्रकार का कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। इसके बाद सभापति ने स्थगन की सूचना आग्रह कर दी। इससे विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। सत्ता और विपक्ष दोनों तरफ से जमकर नारेबाजी। सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित हुई ।

वही आज सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए धानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने राजभाषा दिवस की बधाई दी। साथ ही सभी सदस्यों से छत्तीसगढ़ी में प्रश्न पूछने और जवाब देने की अपील की।

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