
सूख रही धरती की कोख (Photo-Patrika)
CG News: तेजी से गिरते जलस्तर की वजह से हैंडपंप, बोरवेल सूख रहे हैं। इस वजह से शहर में जल संकट की स्थिति निर्मित हो रही है। बरसात के पानी का संरक्षण करने ठोस कदम नहीं उठाने की स्थिति में गंभीर हालात का सामना करने से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसे देखते हुए महापौर मीनल चौबे और आयुक्त विश्वजीत ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर सख्त रुख अपनाया है।
बुधवार को जोन 3 से 29, जोन 4 से 11 और जोन 9 से 17 आवासीय और व्यावसायिक भवन मालिकों को नोटिस थमाया गया। उन्हें सात दिनों के अंदर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की चेतावनी दी गई। अब बारिश का मौसम करीब है, लेकिन रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट लगाने में तेजी नहीं आई है।
हैरानी ये कि लोग नक्शा पास कराने के दौरान अमानत के तौर पर तय राशि निगम में जमा तो करते हैं, लेकिन रेनवाटर हार्वेस्टिंग न तो लगाते हैं, न तो उस जमा राशि को वापस लेते हैं। इस पैटर्न के चलते करीब 20 करोड़ रुपए नगर निगम के खजाने में जमा है।
निगम प्रशासन ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग पीट लगवाकर प्रमाणपत्र जमा करने का निर्देश दिया है। महापौर मीनल चौबे, एमआईसी सदस्य मनोज वर्मा, आयुक्त विश्वदीप ने नगर निवेशक विभाग को ज्यादा से ज्यादा रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट लगवाने और सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है ताकि बरसात के पानी को सहेजा जा सके। उन्होंने कहा है कि जिन आवासीय और व्यावसायिक परिसरों को नोटिस जारी किया है, उन्हें 7 दिन के अंदर हार्वेस्टिंग पिट लगवाकर प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होगा।
लगातार गिरते जल स्तर पर महापौर चौबे ने चिंता जाहिर की है। उनका कहना है कि शहर के सभी स्कूल परिसरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य करने जा रहे हैं। इस संबंध में जिला प्रशासन को पत्र भेजकर नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत सभी स्कूलों में सीएसआर के तहत रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने की पहल की जा रही है।
CG News: निगम के सर्वे के अनुसार शहर में आवासीय और व्यावसायिक मिलाकर लगभग 3 लाख 50 लाख मकान, दुकानें और कॉम्प्लेक्स हैं। जहां से नगर निगम प्रापर्टी टैक्स वसूल करता है, लेकिन ऐसी सभी जगहों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग लगाने के लिए दबाव नहीं बनाया जाता है।
हालांकि पैमाना 1500 वर्ग फीट से अधिक मकानों के लिए तय है, लेकिन जानकारों का मानना है कि हर स्तर के निर्माण में केवल दो से तीन फीट की जगह में रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट लगाया जा सकता है। इससे बरसात में छतों का पानी सीधे धरती के जल स्रोत का बरकरार रख सकता है।
Published on:
22 May 2025 11:41 am
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