
CG Education: छत्तीसगढ़ राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के लागू होने के बाद स्कूली पाठ्यक्रम में बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। अगले शैक्षणिक सत्र 2025-26 से कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक चरणबद्ध तरीके से नया सिलेबस लागू किया जाएगा। इसके अंतर्गत 33 नई किताबें तैयार हो रही हैं, जिसमें हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यम शामिल हैं।
नए सत्र में कक्षा 1, 2, 3 और 6 की सभी किताबों को बदलने का कार्य शुरू हो चुका है। पहली, दूसरी और तीसरी कक्षा के छात्रों के लिए 4 से 6 नई किताबें बनाई जा रही हैं, जबकि छठी कक्षा में 15 नई किताबें शामिल की जाएंगी। इसमें आर्ट एजुकेशन, योगा, और वोकेशनल कोर्स भी जोड़ा गया है, जिसमें लघु उद्योग से संबंधित जानकारियां भी होंगी।
अगले साल से छठवीं में किताबों की संख्या बढ़ जाएगी। अब छठवीं में छह नहीं नौ किताबें छात्र पढ़ेंगे। पिछले साल के अनुसार हिंदी, संस्कृत, इंग्लिश, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की पुस्तकें तो रहेंगी ही। इसमें तीन और नई पुस्तक आर्ट एजुकेशन, योगा और वोकेशनल जुड़ जाएंगी। वोकेशनल में लघु उद्योग सहित अन्य के बारे में पढ़ाया जाएगा। कक्षा तीसरी में छात्र इंग्लिश, गणित के अलावा पर्यावरण व पिछले साल की चार किताबों की जगह छह किताबें पढ़ेंगे।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत किताबें लिखीं जा रही है। इन किताबों को स्थानीय बोलियों और भाषाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है। इसी के साथ कोर्स को आओ करके सीखें के अनुसार तैयार किया जा रहा है। नेशनल कॅरिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) के तहत गणित व विज्ञान के पाठ्यक्रम है। उसके अनुसार ही यहां किताबें लिखी जा रही हैं। इसमें थोड़ा ही बदलाव किया जाएगा। सामाजिक विज्ञान, लैंग्वेज की किताबों में राज्य के अनुसार 20 से 30 प्रतिशत तक बदलाव किया जाएगा।
अगले सत्र में कक्षा 1, 2, 3, और 6 की नई किताबें लागू की जाएंगी। इसके बाद सत्र 2026-27 में अन्य कक्षाओं में भी इसी प्रकार बदलाव किए जाएंगे, जिससे अगले कुछ वर्षों में 12वीं तक की सभी किताबें अपडेट हो सकेंगी।
Updated on:
30 Oct 2024 07:53 pm
Published on:
30 Oct 2024 07:52 pm
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