18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Balodabazar violence: जमानत के बाद कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव जेल से हुए रिहा, सर्मथकों ने जमकर की नारेबाजी

Balodabazar violence: बलौदाबाजार हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव रायपुर सेंट्रल जेल से रिहा हुए। इस दौरान समर्थकों की भारी भीड़ ने उनका स्वागत किया।

2 min read
Google source verification
Balodabazar violence: जमानत के बाद कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव जेल से हुए रिहा, सर्मथकों ने जमकर की नारेबाजी

Balodabazar violence: बलौदाबाजार हिंसा मामले में 17 अगस्त 2024 को जेल भेजे गए भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव को रायपुर सेंट्रल जेल से शुक्रवार को रिहा किया गया। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद इसके दस्तावेज बलौदाबाजार विचारण कोर्ट से जेल प्रशासन को मिलने के बाद शाम को रिहा किया गया।

Balodabazar violence: देखते हुए रास्ते को वन-वे कर दिया

इस दौरान बड़ी संख्या में उनके परिजन, समर्थक और कांग्रेस कार्यकर्ता स्वागत करने के लिए जेल परिसर पहुंचे थे। जमानत मिलने के बाद बड़ी संख्या में समर्थकों के पहुंचने की जानकारी मिलने पर पुलिस प्रशासन ने बैरिकेट्स लगाए। जेल से बाहर निकलते ही समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। भीड़ के चलते जेल रोड पर एक घंटे से ज्यादा जाम की स्थिति रही। इसे देखते हुए रास्ते को वन-वे कर दिया गया।

यह भी पढ़ें: Baloda Bazar Violence: जनाधार पाने की नई सीढ़ी – बलोदा बाजार हिंसा पर राजनीति, मायावती ने की एन्ट्री

एएसपी सहित तीन थानों के टीआई तैनात

जेल परिसर के बाहर देवेंद्र यादव के समर्थकों की भीड़ को देखते हुए एएसपी सिटी लखन पटले के साथ ही गंज, देवेंद्र नगर और मौदहापारा थाने के टीआई के साथ भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। सैकडो़ं की संख्या में समर्थकों के पहुंचने से देवेन्द्र से लेकर मेकाहारा चौक के ट्रैफिक सिग्नल तक जाम की स्थिति थी। सड़कों के किनारे वाहन पार्क करने और नारेबाजी करने की वजह से पूरी ट्रैफिक व्यवस्था ठप हो गई थी।

बड़े भाई रोहित यादव ने ली जमानत

Balodabazar violence: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, जमानत की प्रक्रिया बलौदाबाजार जिला सत्र न्यायालय में पूरी की गई। न्यायाधीश ने 25-25 हजार रुपये की दो जमानत राशि निर्धारित की थी। जिसके बाद विधायक देवेंद्र यादव के बड़े भाई रोहित यादव ने ली। रिहाई आदेश की प्रति मिलने के बाद उनके वकील इसे रायपुर सेंट्रल जेल में प्रस्तुत किया। जिसके बाद ही देवेन्द्र यादव की रिहाई संभव हुआ।