
हर माह 15% रिटर्न की गारंटी देकर गांव-गांव फैला रहे क्रिप्टो का जाल
रायपुर। Crime News : जिस तरह चिटफंड कंपनियों ने एक ऑफिस खोलकर गांव-गांव में एजेंट बनाए और कम समय में निवेश का दोगुना राशि लौटाने का दावा करते थे, इसी तरह अब क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगने वाले अपना नेटवर्क बना रहे हैं। पहले छोटे-छोटे नगरों-शहरों में अपने एजेंट बनाते हैं, फिर एजेंट गांव से लेकर शहर में मीटिंग करके लोगों को जानकारी देते हैं।
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कई लोगों से कर चुके हैं लाखों की ठगी
किसी बड़े होटल में सेमीनार का आयोजन करते हैं। इस दौरान सभी को क्रिप्टो करेंसी में निवेश से 6 माह में दोगुना राशि देने का प्रलोभन दे रहे हैं। इंश्योरेंस कंपनी में काम करने वाली ललिता सोना के साथ ऐसा ही हुआ। उनसे 30 लाख से ज्यादा निवेश कराया गया था। इसी तरह पुरानी बस्ती के किसान से भी इसी तरह 20 लाख से ज्यादा की ठगी हुई थी। ठग आरंग, सरायपाली, पिथौरा, लखौली जैसे नगरों में एजेंट बना रहे हैं।
क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी करने वाले पहले छोटे नगरों के एजेंटों के जरिए किसी ऐसे बड़े किसान, कारोबारी या नौकरीपेशा की तलाश करते हैं, जो आर्थिक रूप से संपन्न हो। फिर उन्हें क्रिप्टो करेंसी में निवेश का प्रोजेक्ट बताते हैं और मुनाफा की जानकारी देते हैं। इसके बाद रायपुर के किसी बड़े होटल में सेमिनार आयोजित करते हैं। इसमें उन लोगों को शामिल करते हैं। फिर यहां निवेश करने के लिए लालच देते हैं।
शुरुआत में देते हैं मुनाफा, फिर बड़ी रकम लेकर फरार
शुरुआत में छोटे-छोटी राशि जमा करवाते हैं और उनसे तय समय में मुनाफा देते हैं। जैसे ही बड़ी राशि जमा होती है। उसके बाद मोबाइल बंद करके फरार हो जाते हैं। होटल भी छोड़ देते हैं। ललिता को ठगने वाले तेजकुमार पुरी, संजय कुमार मिश्रा, सत्यवती दुबे और उसके अन्य साथियों ने ऐसा ही किया। ललिता ने पहले 4 लाख 50 हजार जमा किया, तो उसे करीब 5 लाख रुपए रिटर्न दिया गया। इसके बाद 5 लाख रुपए जमा करने पर 6 लाख। अंत में जब 30 लाख रुपए से ज्यादा जमा हो गए, तो आरोपी फरार हो गए।
पहले से दर्ज हैं अपराध
आरोपी तेजकुमार पुरी काफी शातिर है। क्रिप्टो करेंसी के नाम से उसने कई लोगों से लाखों रुपए की ठगी की है। इससे पहले भी उसके खिलाफ अपराध दर्ज हुआ है। आरोपी जेल जा चुका है। उसके साथी भी शहर के साथ ग्रामीण इलाकों के लोगों को अपने नेटवर्क से जोडते कर निवेश करने के लिए उकसाते हैं।
इधर, क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर फिर ठगी, हर माह 15% रिटर्न का दिया झांसा
क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने पर ज्यादा मुनाफा देने का झांसा देकर आठ लाख रुपए से ज्यादा ठग लिया। शिकायत पर पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक भनपुरी निवासी मुकेश सोनी की शुभेलाल साहू उर्फ सुशील साहू से दोस्ती थी। सुशील ने एक जूम मीटिंग का आयोजन किया। इसमें मुकेश के अलावा अन्य लोग भी थे। उसने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने पर हर माह 15 फीसदी रिटर्न करने का आश्वासन दिया।
इसके बाद मुकेश रायपुरा स्थित सुशील के मैनेजर अजय साहू से मिलने पहुंचा। वहां बीटक्वाइन माइनिंग का सेटअप दिखाया। इसी के जरिए इथिरियम क्वाइन का माइनिंग करने और उससे अधिक फायदा होने का झांसा दिया। इसमें निवेश पर हर महीने 15 फीसदी रिटर्न मिलने का दावा भी किया। इसके बाद अजय ने उनके मोबाइल में ट्रेडिंग ऐप इंस्टाल कर दिया। इसके बाद मुकेश ने उसके जरिए क्रिप्टो करेंसी में पैसा लगाना शुरू कर दिया। पहली बार 1 लाख 3 हजार रुपए लगाया। अलग-अलग दिन कुल 8 लाख 36 हजार 440 रुपए निवेश किया।
इस दौरान बताया गया कि उसे 2000 डॉलर का लाभांश मिला है। लेकिन ऐप के जरिए विड्राल होना बंद हो गया। इसकी शिकायत करने पर उसे लाभांश और मूलधन पूरा वापस होने आश्वासन देते रहे। इस बीच फाफाडीह के एक होटल में ब्रोकर हाउस ट्रेडिंग के संचालक उमेश पटेल ने सभी की बैठक ली। उसने पूरा लाभ और मूलधन वापस होने का झांसा दिया, लेकिन रकम वापस नहीं मिली। इसकी शिकायत पर पुलिस ने शुभे लाल साहू उर्फ सुशील, अजय साहू, उमेश पटेल, जयप्रकाश सिंह और लोकेश सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी और साजिश का अपराध दर्ज किया है।
आरोपी तेज कुमार पहले भी इसी तरह की ठगी कर चुका है। शहर और ग्रामीण दोनों इलाके में मीटिंग और सेमीनार के जरिए लोगों को क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने उकसाते हैं। उन्हें लालच देते हैं। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
- दिनेश कुमार सिन्हा, डीएसपी-क्राइम, रायपुर
Published on:
12 Oct 2023 11:34 am
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