
साइबर ठगों का जाल (Photo source- Patrika)
Cyber Fraud: एक ट्रांसपोर्टर को फेसबुक से फ्रेंड बनी युवती ने ऐसा दगा दिया कि उसे अपनी जमीन तक बेचनी पड़ी। युवती ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर एक नहीं दो बार उनसे ऑनलाइन ठगी की। शेयर ट्रेडिंग में भारी मुनाफे का झांसा देकर युवती और उसके साथियों ने 71 लाख से अधिक की ऑनलाइन ठगी कर ली। इसकी शिकायत पर सरस्वती नगर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
पुलिस के मुताबिक ट्रांसपोर्टर डाकेश्वर सिंह को फेसबुक में श्रेया अग्रवाल ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा। फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने के बाद दोनों के बीच वाट्सऐप से चैटिंग होने लगी। 20 दिन तक दोनों में बातचीत हुई। इसके बाद युवती ने उन्हें बताया कि ऑनलाइन ट्रेडिंग करने में चार गुना फायदा होता है। हमारे साथ जुडक़र ऑनलाइन ट्रेडिंग करके आप भी फायदा उठाओ। डाकेश्वर उसकी बातों में आ गया। इसके बाद युवती ने उसे एक ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप डाउनलोड कराया।
इसके बाद ऐप के जरिए युवती ने अलग-अलग कंपनियों में पैसा जमा कराना शुरू किया। पीडि़त ने 2 से 15 जुलाई 2025 तक कुल 19 लाख 50 हजार रुपए अलग-अलग जमा किए। ऐप में इसका प्रॉफिट 1 करोड़ से अधिक दिखा रहा था। उस राशि को उसने निकालने की कोशिश की, तो उन्हें इसके एवज में टैक्स जमा करने के लिए कहा। इससे उन्हें ऑनलाइन ठगी होने का शक हुआ। इसकी शिकायत उन्होंने साइबर सेल में की। इसकी जांच चल रही थी।
करीब 15 दिन बाद फेसबुक के जरिए पीडि़त ट्रांसपोर्टर से फिर अराध्या अग्रवाल नाम की युवती ने दोस्ती की। फिर बातचीत के दौरान पीडि़त ने उसे शेयर ट्रेंडिंग के नाम पर हुई धोखाधड़ी के बारे में बताया, तो युवती ने भी उससे सहानुभूति दिखाते हुए कहा कि वह कंपनी फ्रॉड है। मैं जिस कंपनी में निवेश करती हूं। वहां आप भी करिए। उसमें जितना पैसा लगाएंगे, उतना फायदा होने पर तत्काल वापस करेंगे।
ट्रांसपोर्टर युवती की बातों में आ गया। उसके बताए हुए मोबाइल ऐप को डाउनलोड किया। फिर उसमें 5 लाख रुपए जमा किए। इसके बदले युवती ने उसे 6 लाख रुपए उनके बैंक अकाउंट में जमा कर दिए। इससे ट्रांसपोर्टर का भरोसा बढ़ गया।
Cyber Fraud: युवती ने जाल बिछाते हुए पीडि़त को वॉटसऐप ग्रुप में जोड़ लिया। फिर ऑनलाइन कॉट्रेक्ट साइन करवाकर ट्रेंडिंग में 4 गुना प्रॉफिट दिलाने का आश्वासन दिया। ट्रांसपोर्टर ने उसके बताए अनुसार 2 से 21 अगस्त के बीच कुल 52 लाख रुपए जमा कर दिए। फिर जैसे उन्होंने अपनी प्रॉफिट राशि को निकालने की कोशिश की, तो उनसे पेनाल्टी चार्ज जमा करने कहा गया।
इससे उन्हें फिर ऑनलाइन ठगी होने का शक हुआ। इसकी शिकायत फिर उन्होंने साइबर क्राइम के इमरजेंसी नंबर 1930 में की। मामला सरस्वती नगर थाने पहुंचा। पुलिस ने आरोपी युवतियों और अन्य के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है।
Published on:
13 Sept 2025 08:40 am
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