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नान घोटाले में IAS आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा को मिली जमानत, लेकिन जेल में रहेंगे टुटेजा, जानें वजह

NAN Scam: नागरिक आपूर्ति निगम (नान) घोेटाले में पूर्व आईएएस आलोक शुक्ला को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। लेकिन, शराब घोटाले में आरोपी बनाए जाने के कारण जमानत मिलने के बाद भी अनिल टुटेजा को फिलहाल जेल में रहना पडे़गा।

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जमानत (photo-patrika)

जमानत (photo-patrika)

CG NAN Scam: नागरिक आपूर्ति निगम (नान) घोेटाले में पूर्व आईएएस आलोक शुक्ला को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। लेकिन, शराब घोटाले में आरोपी बनाए जाने के कारण जमानत मिलने के बाद भी अनिल टुटेजा को फिलहाल जेल में रहना पडे़गा। दोनों को 22 सितंबर को गिरफ्तार करने के बाद 36000 करोड़ रुपए के घोटाले के संबंध में पूछताछ करने के दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय ले जाया गया था।

इसकी अवधि पूरी होने पर गुरुवार को रायपुर के विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया गया। जहां शर्तो के अनुसार पासपोर्ट जमा करने, सुनवाई के दौरान उपस्थिति दर्ज कराने, बिना सूचना शहर से बाहर नहीं जाने और 2 लाख रूपए के बांड पेश करने पर जमानत दी गई है। बता दें कि सरेंडर करने करने पर आलोक शुक्ला और जेल से अनिल टुटेजा को प्रोटेक्शन वारंट पर जेल से कोर्ट में पेश किया गया था।

क्या है नान घोटाला?

फरवरी 2015 में छत्तीसगढ़ का नान घोटाला उस वक्त सुर्खियों में आया, जब एसीबी/ईओडब्ल्यू ने नागरिक आपूर्ति निगम के 25 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। इस कार्रवाई में करीब 3.64 करोड़ रुपए नकद जब्त किए गए थे। जांच में पता चला कि निगम के अधिकारी राइस मिलों से घटिया गुणवत्ता का चावल ले रहे थे और इसके बदले रिश्वत में करोड़ों रुपए वसूले जा रहे थे।

इस छापेमार कार्रवाई में 1.75 करोड़ रुपये से ज्यादा की नगद राशि बरामद की गई थी। उसके बाद जब एसीबी ने इस केस में आगे की कार्रवाई की तो करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये मिले थे। जांच पूरी होने के बाद छत्तीसगढ़ एसीबी ने कुल 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। करीब 5 हजार पन्ने का चालान पेश किया गया था औऱ 213 गवाह बनाए गए थे। इसी केस में आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा के खिलाफ कार्रवाई हुई थी।