13 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Nikay Chunav 2025: शुरू हुई वोटिंग की प्रक्रिया, चुनाव में चाय बेचने वाले महापौर प्रत्याशी समेत इनकी रही चर्चा…

Nikay Chunav 2025: छत्तीसगढ़ में शहरी सरकार चुनने के लिए आज मंगलवार यानी 11 फरवरी को मतदान हो रहा है। 8 बजे से वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है...

2 min read
Google source verification
Nikay Chunav 2025: शुरू हुई वोटिंग की प्रक्रिया, चुनाव में चाय बेचने वाले महापौर प्रत्याशी समेत इनकी रही चर्चा…

Nikay Chunav 2025: छत्तीसगढ़ में शहरी सरकार चुनने के लिए आज मंगलवार यानी 11 फरवरी को मतदान हो रहा है। 8 बजे से वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो शाम 5 बजे तक चलेगी। नगरीय निकाय चुनाव में सभी की नजर युवा और महिला वोटरों पर टिकी हुई हैं।

बता दें कि प्रदेश में 173 नगरीय निकायों में इस बार बैलेट पेपर से नहीं, बल्कि ईवीएम से वोट डाले जाएंगे। ईवीएम में ऐसा पहली बार हो रहा है कि महापौर या अध्यक्ष और पार्षद प्रत्याशियों के नाम एक साथ होंगे। साथ ही नोटा का भी ऑप्शन होगा। प्रदेश में 10 महापौर, 163 अध्यक्ष और 3201 पार्षद पदों के लिए लगभग 10 हजार 422 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इनके भाग्य का फैसला 22 लाख 525 पुरुष, 22 लाख 73 हजार 232 महिला और 512 अन्य मतदाता करेंगे। मतगणना और चुनाव परिणाम की घोषणा 15 फरवरी को होगी।

यह भी पढ़े: CG Election 2025 LIVE: कुछ ही देर में शुरू होगी वोटिंग की प्रक्रिया, 10 नगर निगम, 49 पालिका में होगा मतदान

चुनाव में रही इनकी चर्चा

जीवर्धन की चाय : भाजपा ने रायगढ़ से चाय बेचने वाले जीवर्धन चौहान को महापौर प्रत्याशी बनाया। उनकी दुकान में जाकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी चाय बनाई और मतदाताओं को पिलाई।

धमतरी में हंगामा : पहली बार धमतरी नगर निगम में कांग्रेस से महापौर का कोई प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं है। यहां कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी विजय गोलछा का नामांकन रद्द हो गया था।

बसना में निर्विरोध : नगर पंचायत बसना में भाजपा की ओर से अध्यक्ष पद की प्रत्याशी खुशबू अग्रवाल निर्विरोध चुनाव जीती। कांग्रेस प्रत्याशी ने नाम वापस ले लिया था।

राज्य निर्माण के बाद पहली बार 33 पार्षदों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ। इनमें कई स्थानों पर कांग्रेस प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिया या फिर नामांकन रद्द हो गया।

परिवारवाद का साया : इस नगरीय निकाय चुनाव में परिवारवाद का मुद्दा हावी रहा। भाजपा- कांग्रेस दोनों ने सोशल मीडिया पर खूब उठाया यह मुद्दा।

महिलाओं पर फोकस : महापौर के लिए पहली बार भाजपा ने 5 और कांग्रेस ने 4 महिलाओं को प्रत्याशी घोषित किया। 10 नगर निगम में से 3 में ही महापौर पद महिलाओं के लिए आरक्षित है।

महापौर पद के लिए इनमें सीधा टकराव