इन लोगों पर ज्यादा भरोसा करते हैं। जल्दी अमीर बनने का लालच भी होता है। इस कारण आसानी से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ऑनलाइन ठगी के शिकार हो रहे हैं। (Online Thagi) सबसे से ज्यादा टेलीग्राम और वाट्सऐप में भेजे गए मैसेजों पर भरोसा करते हैं। हर साल 100 से ज्यादा मामले शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी के आ रहे हैं।
Online Thagi: साइबर ठगी में हिस्सा 70 फीसदी पहुंचा
साल भर में जितनी राशि की साइबर ठगी होती है, उसमें से 70 फीसदी राशि शेयर ट्रेडिंग फ्रॉड का होता है। पिछले पांच साल में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। रेंज साइबर थाना, ऑनलाइन पोर्टल के अलावा अलग-अलग थानों में साल भर में 100 से अधिक मामले इसी के दर्ज हो रहे हैं। ठगी की राशि 20 करोड़ से अधिक पहुंच रही है। साइबर ठगों का इसी में ज्यादा फोकस
साइबर ठगों का फोकस शेयर ट्रेडिंग पर है। इसकी बड़ी वजह इसमें एक बार में अधिक रकम आना है। इसमें कम से कम की ठगी भी 5 से 10 लाख रुपए की है। इसमें अधिकांश कारोबारी या आर्थिक रूप मजबूत लोग ही फंस रहे हैं। कई लोग लोन और कर्ज लेकर भी शेयर ट्रेडिंग में पैसे लगा रहे हैं।
वर्ष 2024 में 14 हजार से अधिक मामले
Online Thagi: वर्ष 2024 में साइबर ठगी के 14 हजार से अधिक मामले दर्ज हुए थे। इनमें ऑनलाइन और थानों में दर्ज मामले भी शामिल हैं। साइबर ठगी के करीब 8 करोड़ राशि को पुलिस ने फ्रीज कराया था। (Online Thagi) इसी तरह 2025 में ही अब तक साइबर ठगी के 3 हजार से अधिक ठगी के मामले सामने आ चुके हैं।