
यूपी से बकरीद में भाई की जगह ड्राइवरी करने आया रायपुर और लूट लिए दो पेट्रोल पंप, समोसा खाते पुलिस ने पकड़ा
रायपुर.Petrol Pump loot accuse Arrested: आउटर के पेट्रोल पंपों को लूटने वाले गिरोह को रायपुर पुलिस ने बेनकाब कर दिया है। गिरोह के मुखिया सहित दो लोगों को उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ से गिरफ्तार किया गया है। तीसरा आरोपी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। आरोपियों ने कट्टा दिखाकर धरसींवा और बेमेतरा के पेट्रोल पंप में लूटपाट की थी।
बिलासपुर में भी इसी तरह की वारदात हुई है। इसे आरोपियों ने अभी स्वीकार नहीं किया है। आरोपी रायपुर में दोबारा लूटपाट करने आने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान रायपुर पुलिस की टीम ने उन्हें पकड़ लिया। गिरोह का सरगना मोहम्मद ओसामा है। इसके अलावा मोहम्मद शाहरूख और अजीत शामिल थे। अजीत फरार हो गया है। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी आरिफ शेख ने बताया कि फरार आरोपी की तलाश की जा रही है।
क्या थी घटना
28 अगस्त की रात धरसींवा के चरौदा में गुरु फ्यूल्स पेट्रोल पंप में कैशियर लीलाधर साहू और तीन अन्य लोग मौजूद थे। इसी दौरान तीन नकाबपोश पहुंचे और कट्टा दिखाते हुए करीब 40 हजार और सभी का मोबाइल लूटकर भाग निकले थे। इसके बाद 29 अगस्त की आधी रात को उन्हीं लुटेरों ने बेमेतरा के कोबिया में अंबिका पेट्रोल पंप में धावा बोला।
ऑफिस में सो रहे कर्मचारियों पर हमला करके लूटपाट की कोशिश की। इसमें सफल नहीं होने पर एक कर्मचारी पर फायरिंग कर दी थी। इसके बाद सभी भाग निकले थे। इसके बाद बिलासपुर में इसी तरह घटना हुई है। इस संबंध में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
ऐसे पकड़े गए
आउटर के पेट्रोल पंप में हो रही लगातार लूट ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। आरोपियों की तलाश के लिए रायपुर पुलिस ने क्राइम ब्रांच के पुराने जवानों की एक टीम बनाई। और आरोपियों की तलाश शुरू की। टीम ने धरसींवा और बेमेतरा पेट्रोल पंप में हुई लूट के दौरान मिले सीसीटीवी फुटेज की जांच की।
इससे आरोपियों के हुलिए और उनकी बाइक के बारे में काफी जानकारी मिल गई थी। इसके बाद धरसींवा से बेमेतरा मार्ग, रेलवे स्टेशन और अन्य प्रमुख जगह के सीसीटीवी खंगाले गए, लेकिन रात होने की वजह से कोई खास मदद नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने टेक्नीकल जांच शुरू की।
पहले मंदिरहसौद, दुर्ग और फिर प्रतापगढ़
लूट के तीन दिन बाद पुलिस को धरसींवा के आसपास एक संदिग्ध मोबाइल नंबर मिला। पुलिस की टेक्नीकल टीम ने उस मोबाइल नंबर पर फोकस किया। धरसींवा में लूट के बाद मोबाइल नंबर का लोकेशन मंदिरहसौद, दुर्ग, बिलासपुर मार्ग में दिखाया। पुलिस की टीम इन स्थानों पर पहुंची और आसपास लुटेरों की तलाश करती रही, लेकिन कुछ नहीं मिला।
बाद इस नंबर का लोकेशन इलाहाबाद और फिर प्रतापगढ़ के आसपास दिखाने लगा। पुलिस टीम को यकीन हो गया कि लुटेरे प्रतापगढ़ के हैं। इसके बाद पुलिस ने उस नंबरधारक के संबंध में मोबाइल कंपनी से जानकारी ली। इसमें लालगंज निवासी ओसामा की जानकारी और फोटो मिल गए। फोटो मिलने के बाद पांच जवानों की एक स्पेशल टीम प्रतापगढ़ भेजी गई। उन्हें ओसामा की जानकारी दी गई थी।
लाल शर्ट देखकर पहचाना, तीसरे दिन समोसा खाते पकड़ा
पुलिस की टीम प्रतापगढ़ पहुंची और दो दिन तक ओसामा और अन्य लोगों की तलाश करती रही। इस दौरान ओसामा का लोकेशन बार-बार बदलता रहता था। पुलिस टीम दो दिन तक उसके पीछे भटकते रही। तीसरे दिन सुबह प्रतापगढ़ के एक नाश्ता दुकान में ओसामा और शाहरूख पहुंचे थे।
ओसामा ने लूट वाली रात लाल रंग का शर्ट पहना था। नाश्ता करने भी वह उसी शर्ट को पहनकर आया था। रायपुर से गई पुलिस टीम के पास वहीं फोटो था। जवानों ने दूर से उसे पहचान लिया। इसके बाद सभी जवान अलग-अलग होकर नाश्ता करने पहुंचे। इसके बाद दोनों आरोपियों के आसपास समोसा लेकर बैठ गए। आेसामा और शाहरूख भी समोसा खाने लगे। इसके बाद पुलिस ने दोनों को दबोच लिया और गिरफ्तार कर रायपुर के लिए निकल पड़े। दोनों के पकड़े जाने की भनक लगते ही तीसरा आरोपी फरार हो गया।
बकरीद में आया और लूट लिया पेट्रोल पंप
आेसामा गिरोह का सरगना है। उसका भाई रायपुर-बिलासपुर फोरलेन निर्माण में लगी कैप्सूल ट्रक चलाता है। बकरीद के समय वह छुट्टी में जाना चाहता था, लेकिन कंपनी वालों ने कैप्सूल वाहन चलाने वाला ड्राइवर मिलने के बाद ही छुट्टी देना चाहता था। इस कारण उसने लालगंज से अपने भाई ओसामा को रायपुर बुलाया। और अपने स्थान पर कैप्सूल वाहन चलाने के लिए कहकर वह गांव चला गया। ओसामा तो कुछ दिन तक कैप्सूल वाहन चलाता रहा।
Published on:
05 Sept 2019 07:48 pm
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