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2007 या उसके पहले जन्मे बच्चों को लगेगा कोरोना का मंगल टीका

वैक्सीनेशन के लिए तैयार पूरे प्रदेश की टीम

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2007 या उसके पहले जन्मे बच्चों को लगेगा कोरोना का मंगल टीका

2007 या उसके पहले जन्मे बच्चों को लगेगा कोरोना का मंगल टीका

रायसेन. मध्यप्रदेश में 15 से 18 वर्ष के किशोर किशोरियों को आज से ही कोरोना का मंगल टीका लगने जा रहा है, इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग से लेकर शिक्षा विभाग तक मैदान में उतर चुका है, अब चाहे कुछ भी हो हर बच्चे को टीका लगाकर ही यह अमला दम लेगा।

जिले में से प्रारंभ हो रहे 15 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ विभाग ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। जिन बच्चों का जन्म वर्ष 2007 या उससे पूर्व में हुआ है उन सभी का वैक्सीनेशन कराया जाएगा। जिले में ऐसे बच्चों की संख्या एक लाख से अधिक है। शासन के आदेश के बाद सभी सरकारी और निजी स्कूलों में शिक्षकों ने बच्चों को वैक्सीनेशन के तैयार रहने और पंजीयन कराने के लिए कहा। जो बच्चे शनिवार को स्कूल नहीं आए थे उन्हें फोन कर सोमवार को स्कूल आधार कार्ड लाने को कहा गया है।

सीएमएचओ डॉ. दिनेश खत्री ने बताया कि आज जिले में 172 स्कूलों में बच्चों को टीके लगाए जाएंगे, जिसके लिए 242 टीमों को तैनात किया गया है। शासन ने पहले दिन जिले के 25 बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य तय किया है। सुबह 10 बाजे टीकाकरण का शुभारंभ किया जाएगा। कलेक्टर अरविंद दुबे ने बताया कि ब'चों के वैक्सीनेशन के दौरान आधार कार्ड, मार्कशीट, स्कूल आइडी कार्ड इनमें से एक पहचान पत्र तथा मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी।

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स्कूल वाले व अन्य बच्चों का वैक्सीनेशन
स्कूलों में आयोजित किए जाने वैक्सीनेशन सत्रों में ना सिर्फ स्कूल में पढऩे वाले बच्चों का वैक्सीनेशन किया जाएगा, बल्कि आसपास रहने वाले बच्चों का भी वैक्सीनेशन किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में कोई भी पात्र बच्चा वैक्सीनेशन से छूटे नहीं यह सुनिश्चित किया जाए। उल्लेखनीय है कि जिले में 18 साल और उससे अधिक आयु वर्ग का वैक्सीनेशन लगभग पूर्ण होने की स्थिति में है। पहले और दूसरे डोज में 95 प्रतिशत के आसपास वैक्सीनेशन हो चुका है।

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