19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

शिक्षकों के अटैचमेंट खत्म, अब मूल संस्था में तुरंत होगी वापसी, अन्यथा नहीं मिलेगा इस माह से वेतन

मूल संस्था में ज्वाइन होने के बाद ही निकाला जा सकेगा इस माह का वेतन

2 min read
Google source verification
teacher.jpg

राजगढ़. जिलेभर में चल रहे शिक्षकों के अटैचमेंट के खेल पर आखिरकार मंगलवार को उस समय लगाम लग गई, जब जिला शिक्षा अधिकारी ने न सिर्फ हाईस्कूल, हायर सेकंडरी बल्कि कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के ऐसे सभी शिक्षकों के अटैचमेंट निरस्त कर दिए जो ब्लॉक स्तर या फिर सर्व शिक्षा अभियान के माध्यम से किए गए थे। यहां मंगलवार को जारी हुए आदेश में जिला शिक्षा अधिकारी बीएस बिसोरिया ने स्पष्ट उल्लेख किया कि प्रत्येक ब्लॉक में जो भी शिक्षक अपनी मूल संस्था से अन्य जगहों पर अटैच है। चाहे वह किसी भी कार्य में संलग्न किए गए हैं वे सभी अटैचमेंट खत्म किए जाते हैं और आगामी माह का वेतन उनका तभी निकाला जाएगा जब वे अपनी संबंधित संस्था में जाकर आमद देंगे, इसके बाद ही उनका आगामी माह का वेतन निकाला जाए।

टीएल में गूंजा शिक्षकों के देर से पहुंचने का मामला
बता दें कि लंबे समय से कई शिक्षक अपनी बस के टाइम से ही स्कूल पहुंच रहे थे, पत्रिका ने देर से स्कूल पहुंचने वाले शिक्षकों के साथ ही समय से पहले स्कूल बंद करने वाले शिक्षकों की खबर प्रकाशित की। जिसे कलेक्टर हर्ष दीक्षित ने गंभीरता से लिया और न सिर्फ अधिकारियों की वीसी में बल्कि टीएल की बैठक में भी स्पष्ट निर्देश दिए कि जो भी शिक्षक देर से पहुंच रहे हैं उनका वेतन काटे और कोई लगातार इस तरह की गलती कर रहा है तो अन्य कार्यवाही भी की जाएं।

शिक्षकों को नोटिस
जो शिक्षक देर से स्कूल पहुंच रहे थे और पढ़ाई में लापरवाही से काम कर रहे थे, उन सभी शिक्षकों को जिला शिक्षा कार्यालय से नोटिस जारी किए हैं। करीब 50 से भी ज्यादा नोटिस जारी किए गए हैं, सभी से देर से पहुंचने को लेकर जवाब मांगा गया है। यदि अधिकारी संतुष्ट नहीं होते तो इनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इन नोटिस से संबंधित पूरी जांच ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई है।

पत्रिका ने उठाया था मामला
लगातार शिक्षकों के अटैचमेंट को लेकर ग्रामीण अंचल की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी, ऐसे में कहीं न कहीं आने वाला प्रतिभा पर्व हो या फिर परीक्षाएं प्रभावित होती। वहीं कई गांव में बच्चों का शैक्षणिक स्तर बहुत ही नीचे जा रहा था। पत्रिका द्वारा ग्रामीण अंचल में पहुंचकर न सिर्फ उन बच्चों से चर्चा की बल्कि बिगड़ती शिक्षा को लेकर ग्रामीणों से भी बात की। जिसके बाद कहीं न कहीं शिक्षकों के अटैचमेंट के कारण वहां की व्यवस्थाओं को बिगड़ते देख पत्रिका ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित करते हुए प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया। जिसके बाद न सिर्फ अधिकारी बल्कि जनप्रतिनिधियों ने भी अटैचमेंट का विरोध किया। नतीजा यह हुआ कि जिला शिक्षा कार्यालय से सभी तरह के शिक्षकों के अटैचमेंट निरस्त कर दिए गए।

यह भी पढ़ें : अगले दस दिन में बेकाबू हो जाएगा कोरोना, चौथी क्लास के छात्र सहित 28 बच्चे संक्रमित

मूल संस्था में पहुंचने पर ही निकलेगा वेतन
जो भी शिक्षक अटैच किए थे, सभी की जानकारी लेते हुए ऐसे सभी आदेशों को निरस्त कर दिया गया है। अब अपनी मूल संस्थाओं में सभी को पहुंचना होगा। तभी संबंधितों का वेतन निकाला जाएगा।
-बीएस बिसोरिया, जिला शिक्षा अधिकारी, राजगढ़