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mp news: ‘11 लाख रुपये दो वरना…’ गांव में छोड़ी चिट्ठी, खेत में काट दी सरसों की फसल

mp news: कुप्रथा नातरा-झगड़े का दंश, पीड़ित परिवार ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत ।

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rajgarh

natra dispute jhagda pratha demand 11 lakh crop damage (सोर्स- पत्रिका)

mp news: मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में एक बार फिर कुप्रथा नातरा-झगड़े का मामला सामने आया है। यहां शादी के बाद हुई मारपीट और कहासुनी के बाद महिला ससुराल नहीं गई तो अब ससुराल वाले झगड़ा मांग रहे हैं। धमकी दे रहे हैं कि हमारा निराकरण करवाओ नहीं तो पूरे गांव में नुकसान करेंगे। गांव में संबंधित के नाम की चिट्ठी छोड़ी, जिसमें लिखा है कि हमारी शादी का निराकरण करवाएं, अन्यथा हम नुकसान करेंगे। इस बीच उन्होंने महिला के पिता के खेत में लगी सरसों की फसल भी काट दी।

झगड़े में मांग रहे 11 लाख

पुलिस ने बताया कि पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के रोजड़ खुर्द का है। यहां के संजूसिंह सौंधिया ने रिपोर्ट लिखवाई है कि मेरे खेत पर बोई गई सरसों में नुकसान कर दिया। आरोपियों ने झगड़े में 11 लाख रुपये की मांग की, नहीं देने पर खेत में बोई गई सरसों की फसल काटकर नुकसान कर दिया। पुलिस ने जगदीश पिता मोगजी, दिलीप पिता मोगजी और मोगजी सौंधिया सभी निवासी भगवानपुरा (सुठालिया) के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू की है। पुलिस ने मौका मुआयना किया और जहां नुकसान किया गया था, उसका भी पता लगाया है।

'पति मारपीट करता है, इसलिए नहीं जाना चाहती बेटी'

फरियादी ने बताया कि बेटी की शादी काफी पहले उक्त गांव में आरोपियों के परिवार में की थी, लेकिन आए दिन पति मारपीट करता था, इसलिए बेटी वहां जाना नहीं चाहती है। इसीलिए हम भी भेज नहीं रहे। इधर, आरोपी पक्ष का कहना है कि हम ले जाना चाहते हैं, यदि नहीं भेज रहे हैं तो हमारा निराकरण करें। हम दूसरी जगह शादी नहीं करने दे सकते। हमारा जो खर्च हुआ, हमारा जो निराकरण हो वह करवाएं और 11 लाख रुपये बदले में दें। नहीं तो हम इसी तरह से नुकसान करेंगे। गांव में छोड़ी चिट्ठी की चेतावनी के बाद यह नुकसान शुरू कर दिया गया।

कार्रवाई खूब लेकिन डर नहीं

राजगढ़ जिला मुख्यालय से लगे आसपास के गांव सहित कालीपीठ और भोजुपर, खिलचीपुर क्षेत्र में नातरा-झगड़ा के ऐसे मामले आम हो गए हैं, जिसमें आए दिन एफआईआर तो हो जाती है लेकिन ऐसी वारदातें करने वालों में किसी तरह का कोई डर नहीं है। खौफ नहीं होने के कारण ऐसी स्थितियां बनती हैं। कानूनी जानकार बताते हैं कि बेलेबल ऑफेंस (जमानती धारा) होने से केस दर्ज होने के बाद भी आसानी से व्यक्ति एक ही दिन में छूटकर आ जाता है। इसी कारण उन्हें यह डर नहीं रहता है कि कानूनी स्तर पर कुछ होगा। इसके लिए जागरूकता की जरूरत है लेकिन उसी की कमी है।