23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बंद हुआ एमपी का ये बड़ा पुल, अब 50 किमी. का लगाना पड़ेगा चक्कर…

mp news: बारिश शुरू होते ही प्रशासन ने बुधवार से पार्वती नदी के पुल से आवागमन पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया है...।

2 min read
Google source verification
pull

पार्वती नदी के पुल से आवागमन बंद। (फोटो सोर्स- पत्रिका)

mp news: मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ से बैरसिया जाने वाले रास्ते पर बने पार्वती नदी के पुल से आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। क्षतिग्रस्त हो चुके पार्वती नदी के पुल का जायजा लेने के बाद प्रशासन ने पुल से आवागमन बुधवार से पूरी तरह से बंद करने का फैसला लिया था। बता दें कि 16 जनवरी को ये पुल क्षतिग्रस्त हुआ था और उसके बाद पुल पर से प्रशासन ने आवाजाही रोक दी थी और नदी के रास्ते से अस्थाई आवागमन शुरू किया था लेकिन अब 6 महीने बाद प्रशासन जागा और बारिश शुरू होने के साथ ही पूरी तरह से आवागमन बंद कर रहा है।

पुल से आवागमन पूरी तरह से बंद

बैरसिया एसडीएम आशुतोष शर्मा ने कहा कि बारिश में पानी के बहाव से पुल कभी भी गिर सकता है। नदी में पानी कभी भी आ सकता है जिससे दुर्घटना हो सकती है। इसे देखते हुए पुल से आवागमन बंद करने का फैसला लिया गया है। अब व्यक्ति नजीराबाद होते हुए बैरसिया से नरसिंहगढ़ आ व जा सकेगें। इसके लिए दिशा सूचक भी लगाए जा रहे हैं। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि छह महीने बाद अभी तक प्रशासन ने पुल निर्माण व बारिश में आवागमन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार नहीं किया। अब अचानक पुल को बंद किया जा रहा है। यदि प्रशासन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाएगी तो ग्रामीण आंदोलन करेंगे।

यह भी पढ़ें- शादी के 18 घंटे बाद पति ने तोड़ा रिश्ता, वजह कर देगी हैरान…

50 किमी. का लगाना पड़ेगा चक्कर

पुल बंद होने से ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। उनका कहना है कि उनकी जमीन पुल के दूसरे ओर है। पढ़ाई करने के लिए भी कई ग्रामीण बच्चे नरसिंहगढ़ के स्कूल में जाते हैं, पुल बंद हो जाने से उन्हें 50 किमी. का चक्कर लगाकर नरसिंहगढ़ जाना पड़ेगा। मौके पर पहुंचे एसडीएम बैरसिया आशुतोष शर्मा ने बताया अभी यह नहीं बताया जा सकता कि पुल का निर्माण कब शुरू होगा लेकिन सुरक्षा के कारणों से पुल पर आवागमन बंद कराया जा रहा है। वहीं ग्रामीणों ने कहा है कि अगर वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था प्रशासन नहीं करता है तो हमें आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। हमारे परिवार की रोजी- रोटी का सवाल है।

यह भी पढ़ें- सिंधिया के महल के पास रोड धंसी, मचा हड़कंप