
राजगढ़. मन की बात बिना बताए ही पर्ची पर लिख देने वाले बागेश्वधाम प्रमुख पंडित धीरेन्द्र शास्त्री का दिव्य दरबार 26 जून से राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में लगेगा। 26 जून से 29 जून तक पंडित धीरेन्द्र शास्त्री यहां हनुमंत कथा कहेंगे और दिव्य दरबार भी लगाएंगे। आयोजनकर्ताओं ने कार्यक्रम की भव्य तैयारियां की हैं और विशाल डोम लगाया गया है। बारिश के मद्देनजर वाटर प्रूफ टेंट भी लगाए गए हैं और साथ ही अन्य तमाम तरह की व्यवस्थाएं कथा स्थल पर की गई हैं। आयोजन में 5 लाख से भी ज्यादा भक्तों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है।
कलश यात्रा में हजारों महिलाओं की भीड़
26 जून से शुरु होने जा रही हनुमंत कथा से ठीक एक दिन पहले खिलचीपुर में कलश यात्रा निकाली गई। इस कलश यात्रा में हजारों महिलाओं की भीड़ नजर आई जो पीली साड़ी पहने सिर पर कलश लेकर चल रही थीं। कलश यात्रा के दौरान इतनी महिलाएं कलश धारण किए हुए थीं कि दूर-दूर तक महिलाओं की लाइन नजर आ रही थी और उनकी गिनती करना असंभव था। रविवार को गढ़ कालिका मंदिर नाहरदा बलडी से भव्य कलश यात्रा की शुरुआत हुई और शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई कथा स्थल पर जाकर इसका समापन हुआ। बताया जा रहा है कि कलश यात्रा के लिए विशेष तौर पर गुजरात से 30 हजार पीली साड़ियां मंगवाई गई थीं।
देखें वीडियो-
हनुमंत कथा का पूरा कार्यक्रम
- 26 जून शाम 4 बजे से कथा का शुभारंभ
- 27 जून 11 बजे से दिव्य दरबार। शाम 4 बजे से हनुमंत कथा
- 28 जून सुबह 11 बजे मानस परीक्षा सम्मान समारोह
- 28 जून शाम 4 बजे से श्री हनुमंत कथा
- 29 जून महाप्रसादी व सेवा सम्मान समारोह
यह भी पढ़ें- पीएम मोदी को बेटा मानती है ये बुजुर्ग महिला, जमीन करना चाहती है उनके नाम, देखें वीडियो
कितना बड़ा मंच, क्या हैं इंतजाम
खिलचीपुर में होने वाली पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की हनुमंत कथा के आयोजन स्थल की बात की जाए तो यहां 100 गुणा 70 मीटर का मंच बनाया गया है, जिस पर व्यास पीठ रहेगी। 100 गुना 850 मीटर और 100 गुना 600 मीटर के दो डोम बनाए गए हैं। बारिश को देखते हुए 85 हजार और 30 हजार वर्गमीटर के वाटरप्रूफ टेंट लगाए गए हैं। पूरे क्षेत्र में 30 टैंकर, पानी की टंकियां, चलित शौचालय भी रखे गए हैं। फिल्टर प्लांट से सीधी पाइप लाइन भी बिछाई गई है।
ऐसे पहुंचे आयोजन स्थल तक
खिलचीपुर कस्बा राजगढ़ (ब्यावरा) जिले में है। यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन ब्यावरा है जो गुना-मक्सी रेलवे रूट पर आता है। अगर आप पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा सुनना चाहते हैं, तो खिलचीपुर आकर कथा सुन सकते हैं। सड़क मार्ग से खिलचीपुर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 140 किमी और इंदौर से करीब 220 किमी दूर है। आपको सबसे पहले राजगढ़ जिला मुख्यालय आना पड़ेगा, यहां से करीब 16 किलोमीटर दूर स्थित खिलचीपुर है। राजस्थान के झालावाड़ जिले के इकलेरा होते हुए भी खिलचीपुर पहुंचा जा सकता है।
पूर्व भाजपा विधायक के बेटे करा रहे आयोजन
राजगढ़ से भाजपा के पूर्व विधायक हरिचरण तिवारी के बेटे अंशुल तिवारी इस आयोजन के मुख्य यजमान हैं। वे रहते राजगढ़ में हैं लेकिन बीते 3 साल से खिलचीपुर में अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं। पहले यह आयोजन राजगढ़ स्टेडियम में किया जाना था। लेकिन खिलचीपुर में चारों तरफ से पार्किंग और लोगों के आने-जाने की सुविधा होने के कारण प्रशासन ने खिलचीपुर में इस आयोजन की स्वीकृति दी। खिलचीपुर विधानसभा सीट लंबे समय से कांग्रेस के पास है। जाहिर है कथा से राजनीतिक जमीन भी तैयार होगी।
देखें वीडियो-
Published on:
25 Jun 2023 09:23 pm
बड़ी खबरें
View Allराजगढ़
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
