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CG Crime: गोविंदोत्सव में कृष्ण बनता था कथित योगी बाबा, एसपी ने आश्रम में दी दबिश, इनकम की जा रही जांच

CG Crime: गोविंदा उत्सव में कृष्ण बन कर लोगों का मनोरंजन भी करता था, लेकिन गोवा जाने के बाद वह इसकी आड़ में नशे के व्यापार करने लग गया। बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा कथित योगी तरुण कांति अग्रवाल के 20 साल गोवा में रहते किस कारोबार के तहत करोड़ों की कमाई की गई है।

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CG Crime: गोविंदोत्सव में कृष्ण बनता था कथित योगी बाबा, एसपी ने आश्रम में दी दबिश, इनकम की जा रही जांच

एसपी ने आश्रम में दी दबिश, इनकम की जा रही जांच (Photo Patrika)

CG Crime: धर्मनगरी को शर्मसार करने वाले ढोंगी योगी बाबा की मुश्किलें अब बढ़ती जा रही है। मामले को गंभीरता से लेते शुक्रवार को एसपी मोहित गर्ग स्वयं कथित बाबा के फार्म हाऊस स्थित आश्रम का निरीक्षण करने पहुंचे। वहां मौजूद लोगों से चर्चा की। बताया जाता है कि रेड कार्रवाई के बाद भी फार्म हाऊस में अब भी कुछ कर्मचारी मौजूद हैं, जो आश्रम की देखभाल कर रहे हैं। एसपी ने उनसे पूछताछ की है। कथित बाबा के असलियत से जब पुलिस ने पर्दा हटाया तो शहरवासियों को विश्वास ही नहीं हुआ।

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तरुण को जानने वाले उसकी असलियत से पहले से परिचित हो गए थे। उसके दोस्तों की माने तो तरुण ओशो की पुस्तक पड़ने का शौकीन था। इन्हीं पुस्तकों से ही उसकी रुचि आध्यात्मिक की ओर बढ़ा। तरुण नगर में होने वाले गोविंदा उत्सव में कृष्ण बन कर लोगों का मनोरंजन भी करता था, लेकिन गोवा जाने के बाद वह इसकी आड़ में नशे के व्यापार करने लग गया। बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा कथित योगी तरुण कांति अग्रवाल के 20 साल गोवा में रहते किस कारोबार के तहत करोड़ों की कमाई की गई है। इसकी जांच में जुटी है। इसके अलावा बाबा के एनजीओ का लेखा-जोखा भी खंगाला जा रहा है। जिस पर उसने खुद स्वीकार किया था कि वो 10 एनजीओ का संचालक है।

कमाई को छिपाने

पुलिस के द्वारा 9 जनवरी से शुरू की गई बालकिशोर प्रहलाद अग्रवाल मेमोरियल फाउंडेशन की भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है। जिसके निर्देशक व प्रमोटर विजय अग्रवाल एवं योगी तरुण कांति अग्रवाल के द्वारा 15 लाख के अधिकृत शेयर पूंजी के द्वारा पंजीकृत संस्था की शुरुआत की गई थी। एमसीए में भी रजिस्ट्रेशन कराया गया था। तीन माह के भीतर ही इसको होल्ड में डाल दिया।