
बिना डीजे निकलेगी विसर्जन यात्रा, केवल पारंपरिक जसगीत को अनुमति
खैरागढ़। Code of conduct: आचार संहिता और दिशा निर्देशो के बाद आज शहर में विराजित दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन बिना डीजे के होगा। विसर्जन के लिए समितियों द्वारा लगाए गए डीजे के आवेदनों पर जिला प्रशासन ने किसी भी समिति को डीजे की अनुमति नहीं दी। इसके बाद समितियों द्वारा विसर्जन के लिए अन्य व्यवस्था बनाई गई है।
दशहरा के बाद आज शहर के 19 से अधिक जगहों पर विराजित दुर्गा प्रतिमाएं विभिन्न स्थानों पर विधि-विधान से विसर्जित की जाएगी। हर साल डीजे सहित धुमाल और पारंपरिक यंत्रों के प्रतिमाओं का विसर्जन कार्यक्रम आयोजित होता है लेकिन डीजे की धमक पर रोक के बाद इसके लिए प्रशासन ने अनुमति ही नहीं दी।
अमलीपारा समेत अन्य जगहों पर विसर्जन
शहर में विराजित दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन मुख्य रूप से अमलीपारा स्थित आमनेर नदी पर ही किया जाता रहा है। इस बार भी अधिकांश प्रतिमाओं का विसर्जन आमनेर नदी में ही किया जाएगा। इसके पूर्व समितियों द्वारा शहर भर में प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए शोभा यात्रा भी निकाली जाती है। आमनेर के अलावा लालपुर और दाउचौरा नदी में भी कुछ प्रतिमाओं का विसर्जन क्रम चलता है। डीजे की अनुमति नहीं मिलने के बाद अब समितियों द्वारा पारंपरिक जसगीत, बाना कार्यक्रम के साथ विसर्जन प्रक्रिया पूरी कराए जाने की तैयारी है। समितियों को दुर्गा प्रतिमा स्थापना के लिए प्रतिमा लाने पर भी डीजे की अनुमति नहीं मिली थी। इसके चलते सादे रू प से प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी। दुर्गा प्रतिमाओं के साथ विभिन्न जगहों के ज्योत जंवारा विसर्जन का क्रम भी दिनभर चलेगा।
कार्यक्रमों की रही कमी
रात दस बजे के बाद कार्यक्रम नहीं करने के निर्देश के बाद इस बार के नवरात्रि में शहरवासी सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने भी तरस गए। विभिन्न समितियों द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए। नगर दशहरा उत्सव समिति द्वारा आयोजित होने वाले रासगरबा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी आचार संहिता में अनुमति नहीं मिलने के चलते स्थगित कर दिया गया। समितियां द्वारा आयोजित किए जाने वाले जगराता सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हो पाए।
Published on:
25 Oct 2023 09:08 am
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