Yoga Diwas 2025: आज विश्व योग दिवस है। ‘करो योग, रहो निरोग’ ऐसी कहावत भी है। इसे कुछ लोगों से सच भी कर दिखाया है। ऐसे ही घुटने के दर्द से परेशान नंदई निवासी जवाहर सिन्हा अपनी समस्या का इलाज कराते-कराते थक चुके थे, पांच साल पहले वे सन-टू-ह्यूमन संस्था से जुड़कर योग-प्राणायाम करना शुरू किए, छह महीने में उन्हें घुटने के दर्द से छुटकारा मिल गया। इसके बाद वे अपने साथ योग-प्रणायाम से जोड़कर शहर व ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न लोगों को कई जटिल बीमारियों से छुटकारा दिला चुके हैं।
वे बताते हैं कि फिलहाल उनकी संस्था की ओर से तीन जगह रानी सागर किनारे स्थित चौपाटी, नाभि वन शिव मंदिर मोहारा और ऑक्सीजोन में योग-प्रणायाम की शिक्षा दी जा रही है। अलग-अलग समय में आयोजित इन प्रशिक्षण शिविर में शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के १५० से अधिक लोग जुड़कर योग प्रशिक्षण लेकर निरोगी जीवन यापन कर रहे हैं।
जवाहर सिन्हा बताते हैं कि संस्था द्वारा लोगों को योग के साथ जीवन जीने की कला, (जीवन शैली) और खानपान के बारे में भी बताया जाता है। नाश्ते से लेकर रात का भोजन कब और क्या करें। नि:शुल्क प्रशिक्षण के दौरान बताया जाता है। बीमारियों को दूर भगाकर स्वस्थ जीवन जी रहे हैं।
बीमारियों से मिला छुटकारा
योग प्रशिक्षक सिन्हा बताते हैं कि संस्था से जुड़कर शहर के राम निवास गुप्ता को माइग्रेन की समस्या से छुटकारा मिला। डॉ. नरेंद्र नाहटा को नियमित बीपी की गोली खाने से निजात मिल गया। वहीं शहर के ही रेखचंद जैन गैस की समस्या से परेशान थे, वे भी संस्था से जुड़े और अब बिलकुल स्वस्थ हैं। इसके अलावा गोपाल गुप्ता सहित कई महिला-पुरुषों को विभिन्न बीमारियों से छुटकारा मिल गया है।
डांस थैरेपी से भी एक्सरसाइज
जवाहर सिन्हा ने बताया पांच साल पहले जब उन्हें घुटने में दर्द था तो वे दो मिनट के लिए जमीन पर बैठ भी नहीं पाते थे। अब दुर्ग तक दौड़ने की क्षमता है। यह सब योग-प्रणायाम से हो पाया। वे बताते हैं कि दो घंटे तक कठिन-कठिन प्राणायाम कर सकते हैं। योग के साथ खानपान में सावधानी बरतते हुए उन्होंने अपना वजन भी घटाया। वे बतातें है कि योग के अलावा उनकी संस्था द्वारा डांस थैरेपी के माध्यम से भी एक्सरसाइज कराया जाता है।
Updated on:
21 Jun 2025 02:55 pm
Published on:
21 Jun 2025 02:54 pm