
Rajasthan News : राजसमंद जिले के ग्रामीणों के लिए यह साल एक बड़ी सौगात लेकर आ रहा है। जिले में जल संकट की पुरानी कहानी अब बदलने वाली है, क्योंकि कुल 179.27 करोड़ रुपए की लागत से बन रही चार अहम पेयजल परियोजनाएं इस वर्ष पूरी होने की ओर हैं। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा स्वयं इन योजनाओं की निगरानी कर रहे हैं। कलक्टर असावा ने बताया कि पेयजल योजनाओं का कार्य समय पर पूरा हो, यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हर घर तक पानी पहुंचे, इसके लिए प्रशासन पूरी तरह कटिबद्ध है। कोई भी लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं होगी।
बाघेरी-चिकलवास पुनर्गठन पेयजल परियोजना
लागत - 133 करोड़ रुपए
शुरुआत - 28 जुलाई 2021
समाप्ति लक्ष्य - 30 जून 2025
महत्व - यह सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण योजना है। इसके माध्यम से जिले के एक बड़े हिस्से में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। गर्मियों में जल संकट से जूझते गांवों को स्थायी राहत मिलेगी।
भैसाकमेड़-उसरवास-रेबारियों की ढाणी-बड़ी बल्लों की भागल योजना
लागत - 9.27 करोड़ रुपए
शुरुआत - 25 मार्च 2024
समाप्ति लक्ष्य - 30 मई 2025
महत्व - दूरस्थ व पिछड़े इलाकों के लिए जीवनरेखा साबित होगी। यह योजना ऐसे इलाकों तक पानी पहुंचाएगी जहां वर्षों से महिलाएं कई किलोमीटर दूर से पानी ढो रही हैं।
ग्रामीण जल योजना - जुणदा, लापस्या, कोटड़ी, काबरा
लागत - 37 करोड़ रुपए
शुरुआत - 25 जून 2023
समाप्ति लक्ष्य - 31 दिसंबर 2025
महत्व - यह योजना सीधे तौर पर ग्रामीण परिवारों को लाभान्वित करेगी। छोटे गांवों और ढाणियों में पहली बार नियमित जलापूर्ति की उम्मीद जगी है।
1- गर्मियों में जल संकट से राहत।
2- ग्रामीण महिलाओं का बोझ कम होगा।
3- जलजनित बीमारियों पर रोक।
4- शिक्षा और स्वच्छता पर भी पड़ेगा सकारात्मक असर।
5- ग्रामीण जीवनस्तर में सुधार।
6- पेयजल के लिए ग्रामीणों को भटकने से मिलेगी राहत।
Updated on:
09 May 2025 02:54 pm
Published on:
09 May 2025 02:53 pm
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