
राहुल सिंह/बनवारी लाल
Rajasthan News : जयपुर, अजमेर व टोंक जिलों में बीसलपुर बांध से जितना पानी पेयजल के लिए लिया जा रहा है उतना ही पानी रोजाना सूरज अपनी तेज किरणों से पी रहा है। बढ़ते तापमान के साथ ही बांध के जलभराव से वाष्पीकरण भी तेज होने लगा है। बांध परियोजना के अनुसार आधा सेंटीमीटर पानी रोजाना वाष्पीकरण व अन्य में खर्च में हो रहा है। वहीं उतना ही पानी जलापूर्ति में जा रहा है। यह करीब एक माह के दौरान कुल 15 सेंटीमीटर है। ऐसे में वाष्पीकरण में एक माह के दौरान उड़ रहा पानी राजधानी के साथ अजमेर व टोंक जिले की एक पखवाड़े तक प्यास बुझा सकता है। बांध परियोजना अभियंताओं ने बताया कि बांध से नहरों में छोड़े जा रहे पानी के दौरान तापमान कम दर्ज किया जा रहा था जिससे वाष्पीकरण भी कम था। नहरें बंद होने के बाद तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे वाष्पीकरण भी बढ़ रहा है। बांध से अब तक जलापूर्ति, वाष्पीकरण व नहरों से सिंचाई को लेकर 3 अप्रेल तक 13.04 टीएमसी पानी की कमी दर्ज की जा चुकी है।
तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही बांध का जलभराव क्षेत्र भी दिन में तपने लगा है। तपते जलभराव से बांध में मत्स्य आखेट (मछली शिकार) के लिए दौड़ती नौकाएं भी दोपहर को किनारे लगने लगी हैं, वहीं नौकाओं पर मछुआरे तिरपाल या कपड़े की छांव बनाकर गर्मी से राहत का जतन कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार अगस्त से अक्टूबर तक रोजाना एक सेंमी घटा है। नवम्बर से फरवरी में नहरों से सिंचाई के चलते रोजाना डेढ़ सेंमी घटा है और अप्रेल में नहरें बंद होने के बावजूद रोजाना एक से डेढ़ सेंमी की रफ्तार से घटा है।
3 अप्रेल - 313.62 आरएल मीटर TMC 25.665
4 अप्रेल - 313.60 आरएल मीटर TMC 25.527
5 अप्रेल - 313.59 आरएल मीटर TMC 25.456
6 अप्रेल - 313.58 आरएल मीटर TMC 25.389
7 अप्रेल - 313.57 आरएल मीटर TMC 25.320 ।
जलापूर्ति के लिए पीएचईडी विभाग अपने स्तर पर बांध से पानी की मात्रा कम या अधिक ले सकते हैं। अभी बांध से रोजाना लगभग आधा सेंटीमीटर पानी की कमी दर्ज की जा रही है।
मनीष बंसल, अधिशासी अभियंता बीसलपुर बांध परियोजना देवली
Published on:
10 Apr 2025 12:56 pm
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