
अब राजस्थान में निपाह वायरस के खतरे को लेकर अलर्ट
राजसमंद. केरल व आस-पास के प्रदेशों में खतरनाक निपाह वायरस ने आतंक मचा रखा है। निपाह के वायरस से निपटने के लिए राजस्थान में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। केरल सहित आस-पास के प्रदेशों से आने वालों पर नजर रखने व संदिग्ध व्यक्ति के सम्पर्क में आने वालों की जांच के चिकित्सा विभाग को निर्देश जारी किए गए हैं। गौरतलब है कि निपाह का संक्रमण केरल, कर्नाटक, ओडिशा और हिमाचल प्रदेश में भी फैल रहा है। कनार्टक के बैंगलूरू में इसके संदिग्ध मरीज सामने आए हैं, जबकि केरल में अबतक इससे दर्जनभर से अधिक मौते होनी बताई जा रही हैं।
यह है निपाह वायरस की पहचान
निपाह (एनआईवी) तेजी से उभरता हुआ वायरस है। यह इंसानों और जानवरों में गंभीर बीमारी पैदा करता है। यह वायरस फल खाने वाले चमगादड़ों (फ्रूट बैट) के जरिए फैला है। वायरस दिमाग को नुकसान पहुंचाता है। इस वायरस से पहले बुखार आता है फिर वह दिमाग में चढ़ता है, जिससे रोगी को भ्रम पैदा होने तथा मानसिक संतुलन बिगडऩे की शिकायत होती है, और रोगी कोमा में चला जाता है।
ऐसे करें बचाव
निपाह वायरस से बचाव के लिए अभीतक कोई विशेष वैक्सीन नहीं है। बचाव ही इसका एकमात्र इलाज है। इससे संक्रमित रोगी की उचित देखभाल और डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में रखा जाना चाहिए।
इनसे बचें
संक्रमित इंसानों और पशुओं खासकर सुअरों के संपर्क में न आएं।
केरल सहित उसके पड़ोसी राज्यों से आने वाले फल जैसे केला, आम व खजूर खाने से परहेज करें।
फलों को पोटाश वाले पानी में धोकर खाएं।
निपाह वायरस के लक्षण पाए जाने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं
चमगादड़ों की लार या पेशाब के संपर्क में न आएं।
पक्षियों के कुतरे फलों को खाने से बचें।
निपाह वायरस के लक्षण
निपाह वायरस के लक्षण दिमागी बुखार की तरह ही हैं। बीमारी की शुरुआत में सांस लेने में दिक्कत होना, चक्कर आना, तेज सिरदर्द और फिर बुखार आना।
नजर रखने के आदेश मिले हैं...
जिन प्रदेशों में निपाह के संदिग्ध मिल रहें हैं, उन प्रदेशों से आने वाले लोगों तथा आस-पड़ोस के लोगों पर नजर रखने के आदेश आए हैं। हालांकि जिले में अभीतक ऐसा कोई संदिग्ध सामने नहीं आया है। हमने आशा, एएनएम आदि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को अलर्ट रहने के आदेश जारी किए हैं।
डॉ. पंकज गौड़, सीएमएचओ, राजसमंद
Published on:
27 May 2018 02:06 pm
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