
रामपुर. लॉकडाउन के दौरान देर रात तक दुकान खोलने से मना करने के दौरान हिस्ट्रीशीटर और उसके साथियों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों पर हमले का मामला सामने आया है। इस दौरान अधिकारियों से मारपीट भी की गई। इतना ही नहीं आईएएस अधिकारी के सामने ही तहसीलदार सदर प्रमोद कुमार का गला दबाकर हत्या की कोशिश भी की गई। घटना के बाद आरोपियाें के खिलाफ सिविल लाइंस कोतवाली में राजस्व विभाग की टीम के कार्य में बाधा डालने और हमले का केस दर्ज कराया गया है।
दरअसल, उपजिला अधिकारी सदर आईएएस प्रवीण कुमार, तहसीलदार प्रमोद कुमार, नायब तहसीलदार कृष्ण गोपाल मिश्रा राजस्व कार्याें और क्षेत्र में लॉकडाउन का पालन कराने के उद्देश्य से टीम के साथ घूम रहे थे। इस दौरान उन्हें मोहल्ला अजीतपुर में एक जनरल मर्चेंट दुकान खुली नजर आई। इस दौरान उन्होंने दुकानदार प्रदीप से देर रात तक दुकान खोलने का कारण पूछा तो वह कुछ नहीं बोल पाया। अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन-3 में केवल शाम सात बजे तक ही दुकान खोलने की अनुमति है।
उन्होंने दुकान बंद करने को कहते हुए लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर दो हजार रुपये की रसीद काट दी। इस पर दुकानदार प्रदीप ने आवाज देकर दुकान मालिक कय्यूम को मौके पर बुला लिया। इसके बाद दोनों ने मिलकर तहसीलदार व उपजिलाधिकारी के अर्दली नसीम से मारपीट की। इतना ही नहीं तहसीलदार का गला दबाकर जान से मारने का प्रयास भी किया गया। अन्य स्टाफ व अधिकारियों ने जैसे-तैसे उन्हें बचाया। अफसरों संग आई टीम ने दोनों को पकड़ने पहुंची तो जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। घटना के समय मौजूद लेखपाल सतेंद्र प्रकाश शर्मा ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हमला करने, लॉकडाउन का उल्लंघन, सरकारी कार्य में बाधा डालने आदि धाराओं में केस दर्ज कराने की तहरीर दी है।
सीओ सिटी विद्या किशोर ने बताया कि इस मामले में हिस्ट्रीशीटर समेत दो लोगों के खिलाफ मुकदमा लिख कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। थाना इंचार्ज विजेंद्र का कहना है दोनों में से एक आरोपी हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ पहले से ही दर्जनों केस दर्ज हैं। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। जल्द ही हिस्ट्रीशीटर कय्यूम और उसके साथी को गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। अफसरों के साथ इस तरीके का व्यवहार कतई पसंद नहीं किया जाएगा।
Published on:
11 May 2020 11:07 am
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