15 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Azam Khan: 23 महीने बाद जेल से बाहर आएंगे आजम खान! कल सुबह 7 बजे रिहाई तय, दर्ज हैं 104 मुकदमे

Azam Khan News: समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान करीब 23 महीने बाद कल मंगलवार सुबह सीतापुर जेल से रिहा होंगे।

2 min read
Google source verification
azam-khan-release-after-23-months-possible-joining-bsp-19966989

Azam Khan: 23 महीने बाद जेल से बाहर आएंगे आजम खान! Image Source - @ians

Azam Khan will be released from jail after 23 months: समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान मंगलवार सुबह सीतापुर जेल से रिहा होंगे। वे करीब 1 साल 11 महीने 4 दिन (कुल 23 महीने) जेल में बंद रहे। उनकी रिहाई के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई है।

बेल ऑर्डर में देरी से आज नहीं हो पाई रिहाई

आजम खान को सोमवार को ही जेल से रिहा होना था, लेकिन पांच बेल ऑर्डर देर से जेल प्रशासन तक पहुंचे। प्रशासन ने केस नंबर, धाराएं, नाम-पते और अन्य विवरण को रिकॉर्ड से मिलान किया। इस प्रक्रिया में देरी के चलते आजम को सोमवार को बाहर नहीं लाया जा सका। अब मंगलवार सुबह सात बजे उनकी रिहाई तय है।

वकील बोले- रिहाई मुमकिन, नई धाराओं में कस्टडी नहीं

आजम खान के वकील इमरानुल्लाह ने कहा कि पुलिस ने शत्रु संपत्ति मामले में हाल ही में नई धाराएं (IPC 467, 471, 201) जोड़ी हैं। लेकिन इनमें अब तक उनकी कस्टडी नहीं ली गई है। ऐसे में रिहाई संभव है। उनका कहना है कि यह सब राजनीतिक साजिश है और सबूतों की कमी के कारण आजम खान को लगभग सभी मामलों में जमानत मिली है।

पहली बार 2020 में गए थे जेल

फरवरी 2020 में गिरफ्तारी के बाद आजम खान को रामपुर जेल भेजा गया था। बाद में उन्हें सुरक्षा कारणों से सीतापुर जेल शिफ्ट किया गया। मई 2022 में वे जमानत पर बाहर आए, लेकिन अक्टूबर 2023 में एक मामले में सजा होने पर उन्होंने सरेंडर कर दिया। तब से वे सीतापुर जेल में ही बंद हैं।

आजम खान पर दर्ज हैं 104 मुकदमे

आजम खान के खिलाफ कुल 104 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से 93 केवल रामपुर में हैं। 12 मुकदमों में फैसला आ चुका है। कुछ मामलों में वे दोषी ठहराए गए जबकि कुछ में बरी हुए। इसी तरह उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ भी कई केस दर्ज हैं। पूरे परिवार पर अब तक 165 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।

भड़काऊ भाषण मामले में गई थी विधायकी

2022 में भड़काऊ भाषण देने के मामले में कोर्ट ने आजम खान को दो साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद उनकी विधायकी चली गई। इसके अलावा, लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान अधिकारियों पर अपमानजनक टिप्पणी करने के केस में उन्हें तीन साल कैद और जुर्माने की सजा भी हुई।

लंबे समय तक रहे सपा के मजबूत स्तंभ

आजम खान सपा के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं। वे चार बार कैबिनेट मंत्री बने और नगर विकास, जल आपूर्ति, शहरी रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन जैसे कई अहम विभाग संभाले। मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले आजम खान ने सपा का कभी साथ नहीं छोड़ा, लेकिन अब उनकी रिहाई के बाद सियासी समीकरण बदलते दिख रहे हैं।

चुनाव लड़ने पर संकट बरकरार

वरिष्ठ वकील जुबैर खान का कहना है कि आजम खान जेल से बाहर आने के बाद भी 2027 का चुनाव नहीं लड़ सकेंगे, क्योंकि उन पर सजा हो चुकी है। यही स्थिति उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम की भी है।