एनकाउंटर की मिली थी धमकी आजम ने कहा कि जेल में उन्हें दरोगा से एनकाउंटर की धमकी मिली थी। आजम ने बताया दरोगा ने उनसे कहा था, ‘आपका एनकाउंटर हो सकता है…आप जेल से बाहर निकलकर भूमिगत रहिए।’
मेरी तबाही में मेरे अपनों का हाथ आजम खान ने कहा कि मेरी तबाही में अपनों का ही हाथ था। उन्होंने कहा ‘मैं इमरजेंसी के समय पौने साल जेल में था। जौहर यूनिवर्सिटी हमेशा बुलंद रहेगी। बाबरी और ज्ञानवापी की सुनवाई में काफी अंतर है। मेरा मिशन कभी सियासी नहीं था।’
मुझ पर 8 केस दर्ज कराए गए आजम खान ने खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा कि मुझपर 8 केस दर्ज कराए गए। जबकि मैने किसी की भी जमीन नहीं हड़पी। उन्होंने ये भी कहा कि अगर लाडर होते तो जेल नहीं जाते। मैने अपनी पूरी जिंदगी एक चीज साबित करने की कोशिश की है कि मेरी इंटिग्रिटी डाउन नहीं। मेरे ऊपर ईश्वर की कृपा हमेशा बनी रही। 40 साल का मेरा सफर बेकार नहीं जाएगा।
हादसों को जीतकर आया हूं आजम खान बोले- मैं हादसों को जीतकर आया हूं। मुझे सुप्रीम कोर्ट से न्याय मिला। जब तक ऐसे जज हिंदुस्तान में हैं, न्याय होता रहेगा।