
रामपुर. पूर्व सांसद व फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी मामले में सपा के कद्दावर नेताओं की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब इस केस की जांच आइजी रमित शर्मा के आदेश पर रामपुर क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है। बता दें कि इस मामले में समाजवादी पार्टी सांसद आजम खान और सांसद डॉ. एसटी हसन समेत सात सपा नेताओं को आरोपी बनाया गया है। ये केस 2 जुलाई 2019 को पूर्व मंत्री हाजी निसार हुसैन के अधिवक्ता बेटे मुस्तफा हुसैन ने कोतवाली सिविल लाइंस रामपुर में दर्ज कराया था। घटनास्थल मुरादाबाद होने के चलते विवेचना कटघर थाना पुलिस कर रही थी।
बता दें कि रामपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रही जयाप्रदा को लेकर मुरादाबाद के मुस्लिम डिग्री कॉलेज में सपा के बड़े नेताओं ने अशोभनीय टिप्पणी की थी। इस मामले में जयाप्रदा के करीबी पूर्व मंत्री हाजी निसार हुसैन के पुत्र मुस्तफा हुसैन ने 2 जुलाई 2019 को थाना सिविल लाइंस रामपुर में मुरादाबाद के सांसद डॉ. एसटी हसन, रामपुर के सांसद आजम खान, तत्कालीन विधायक अब्दुल्ला आजम खान, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अजहर खान, संभल के सपा जिलाध्यक्ष फिरोज खान समेत सात लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाया था। मुस्तफा हुसैन ने आरोप लगाया था कि 30 जून की रात मुस्लिम डिग्री कॉलेज थाना कटघर मुरादाबाद में आजम खान की जीत पर रात्रि भोज का आयोजन किया गया था। उस दौरान मुरादाबाद के सांसद डॉ. एसटी हसन ने पूर्व सांसद जयाप्रदा नाहटा पर आपत्तिजनक शब्दों, अमर्यादित, असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करते हुए कीचड़ उछाली थी। उन्होंने थाना सिविल लाइंस रामपुर में धारा 354, 294, 500, 504 आईपीसी व आईटी एक्ट-66 के तहत मुकदमा संख्या 475 दर्ज कराया था।
घटनास्थल मुरादाबाद होने के कारण मुकदमे को थाना कटघर स्थानांतरित कर दिया गया था। जहां विवेचना भी शुरू हुई, लेकिन शिकायतकर्ता मुस्तफा हुसैन विवेचना से संतुष्ट नहीं हुए। इस पर मुरादाबाद परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक रमित शर्मा से शिकायत की थी। जिस पर अब विवेचना रामपुर जनपद को स्थानांतरित कर दी गई है। अब इस केस की जांच आइजी रमित शर्मा के आदेश पर रामपुर क्राइम ब्रांच करेगी।
Published on:
18 Jan 2020 10:33 am
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