
राजस्थान में केन्द्र से किसानों के लिए आई खुशखबर
रतलाम (नामली)। Farmers Upset In Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के रतलाम में किसानों में KAMALNATH GOVT सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है। कृषि उपज मंडी में फसल बिक्री के लिए ले जाने के बाद उनको नगद भुगतान नहीं हो रहा है। इसका अब विरोध शुरू हो गया है। रतलाम के नामली से विरोध के स्वर शुरू हो गए है। यहां पर किसानों ने करीब 400 से अधिक कट्टे कारोबारियों ने नीलाम नहीं किए। इसकी वजह दो प्रतिशत टीडीएस है। मंडी में करीब 3 से 4 हजार कट्टे नीलाम होते आ रहे हैं। बुधवार शाम 4 बजे नीलामी बंद कर दी।
किसानों का जमकर विरोध
दो प्रतिशत टीडीएस के विरोध स्वरूप मंडी व्यापारियों ने बुधवार को किसान, हम्माल-तुलावटी को नगद भुगतान नहीं किया। उपमंडी नामली में तो लहसुन के 400 से अधिक कट्टे व्यापारियों द्वारा नीलाम नहीं किए गए, मंडी प्रशासन के समझाईश के बाद भी 30-35 किसानों की उपज मंडी परिसर में नीलाम नहीं की गई, इसका किसानों ने भी विरोध किया। जबकि हर दिन 3 - 4 हजार कट्टे मंडी में नीलाम होते आ रहे हैं। शाम 4 बजे नीलामी बंद कर दी। दूसरी तरफ रतलाम अनाज मंडी में हम्माल-तुलावटी संघ ने नगद भुगतान को लेकर मंडी सचिव के नाम ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याएं बताई।
बैंक नहीं करती समय पर काम
नामली मंडी प्रभारी राजेंद्रकुमार व्यास ने बताया कि मंडी में 2000 - 3000 कट्टे लहसुन की आवक थी, व्यापारियों का कहना था कि बैंके समय पर आरटीजीएस और एनईएफटी नहीं करती है। कोई कह रहा था कि बैंक ऑफ इंडिया वाले पांच से अधिक एनईएफटी नहीं कर पाएगा। इस कारण शाम 4 बजे नीलाम बंद कर 400 - 500 से अधिक कट्टे नीलाम नहीं किए गए। व्यापारियों को समझाइश दी, लेकिन नहीं माने इसके बाद किसानों को समझाईश भी गई। नगद भुगतान होता तो नीलामी पूरी हो जाती। परिसर में अलाउंस भी बार-बार किया जा रहा था कि किसान बैंक पास बुक आधार साथ लाए। जिला कार्यालय पर सूचित कर व्यापारियों की चर्चा करवा दी गई थी।
नकद भुगतान की हो रही मांग
हम्माल-तुलावटी संघ अध्यक्ष अज्जु शैरानी, पूर्व प्रतिनिधि सुरेंद्रसिंह भाटी के नेतृत्व में बुधवार को नगद भुगतान करने के संबंध में मंडी सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा गया। हम्माल-तुलावटियों का कहना था कि मंडियों में कार्यरत हम्माल-एवं तुलावटियों को नगद भुगतान के स्थआन पर बैंक में एनईएफटी के माध्यम से भुगतान करने की संबंधी मंडी प्रशासन ने सूचना चस्पा की है। इस पर हम्माल-तुलावटी एसोसिएशन द्वारा सामूहिक चर्चा कर नगद भुगतान प्राप्त करने का निर्णय लिया गया है, क्योंकि मजदूर वर्ग रोज ही कार्य कर मजदूरी प्राप्त करता है। बैंक के खाते में भुगतान से कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि मंडी में कार्य का समय सुबह 10 से रात्रि 10 बजे तक रहता है।
Published on:
05 Sept 2019 10:59 am
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