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रतलाम। अब तक ज्योतिषी के पास जाने व सवाल करने पर भारी भरकम दक्षिणा देना होती है, लेकिन इस बार मामला अलग है। भारतीय वैदिक ज्ञान के प्रचार व प्रसार के साथ ये अंधविश्वास न बल्कि विज्ञान है के शब्द को लेकर देश के जाने-माने ज्योतिषी नि:शुल्क सलाह देने की तैयारी कर रहे है। इसके लिए उन्होने देशभर में नमकीन के लिए प्रसिद्ध शहर रतलाम का चयन किया है। एक पूरे दिन देश के अनेक राज्यों के ज्योतिषी बिल्कुल FREE में हाथ देखने से लेकर नाड़ी ज्योतिष व जन्म पत्रिका का अध्ययन करेंगे।
ज्योतिष को लेकर हमेशा से उत्सुकता आमजन में रहती है। कोई इसको विज्ञान मानता है तो कोई अंधविश्वास। देश के रतलाम में एक से एक बड़कर ज्योतिषी हुए है। रतलाम के एक ज्योतिषी आचार्य महादेव पाठक की लिखी हुए पुस्तकों को तो बनारस हिंदू विश्व विद्यालय में ज्योतिष की पढ़ाई तक में पढ़ाया गया है। इसके अलावा देशभर में भूकंप के बारे में ज्योतिष भविष्यवाणी के बारे में भी रतलाम के पूर्व राज परिवार के ज्योतिषी पंडित बाबुलाल जोशी का नाम रहा है। देशभर में नमकीन के लिए प्रसिद्ध इस शहर में ज्योतिष को लेकर एक बड़ा कार्य होने वाला है। इसमे देश के दो राज्यों के बडे़ ज्योतिषी आएंगे व दिनभर फ्री में आमजन को उनके सवालों के जवाब देंगे।
भारत के विभिन्न राज्यों के ज्योतिषी
ज्याोतिष शिक्षण जनकल्याण समिति के सदस्यों ने बताया कि शहर में नि:शुल्क ज्योतिष परामर्श शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर में भारत के विभिन्न राज्यों के ज्योतिषी रतलाम व आसपास से आए हुए लोगों के लिए जन्म पत्रिका से लेकर हस्तरेखा का अध्ययन करेंगे व सलाह देंगे। इतना ही नहीं नाड़ी ज्योतिष के जानकार भी इस शिविर में आ रहे हैं। जो नाड़ी देखकर भविष्य से लेकर भूतकाल के बारे में बताएंगे।
ये आ रहे शिविर में भविष्य बताने
शिविर में गुजरात के अहमदाबाद के योगेश आसरा, मध्यप्रदेश के भोपाल से राजकुमार शर्मा, मंदसौर जिले के सुआसरा से रामदयाल पांडे, महाकाल की नगरी उज्जैन से डॉ. भारती वर्मा, धार के करीब राजोद से रमेश पंड्या, रतलाम जिले के जावरा से पुष्पेंद्र शर्मा, गढ़कालिका के शहर उज्जैन से वंदना कुमारी, आदिवासी क्षेत्र झाबुआ के थांदला से द्वारिका प्रसाद शर्मा, चंबल क्षेत्र के ग्वालियर से प्रशांत चतुर्वेदी के अलावा कालभैरव के शहर उज्जैन से डॉ. विनिता नागर आमजन को ज्योतिष विद्या से सलाह देंगे।
इस नियम का पालन करना होगा
आयोजन में शामिल होने के लिए कुछ नियम भी बनाए गए है। इसके बारे में जितेंद्र नागर ने बताया कि जो व्यक्ति नशे में आएगा, उनका भाग्य न देखा जाएगा। इसके अलावा प्रत्येक वो व्यक्ति जो अपनी जन्म पत्रिका के बारे में जानना चाहता है, उनको पत्रिका साथ लेकर आना होगा।
यहां होगा आयोजन
आयोजन समिति के जितेंद्र नागर, जीवन पाठक, धर्मेंद्र व्यास ने बताया कि आयोजन ८ जुलाई को सुबह १० बजे से शाम ४ बजे तक होगा। इसके लिए हस्तरेखा व पत्रिका दिखाने के लिए आमजन को किसी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा। आयोजन बड़बड़ रोड स्थित केशर कुंदना मांगलिक भवन में होगा।
Published on:
05 Jul 2018 01:51 pm
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