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क्या आपने देखे हैं मूंछों वाले राम ? महानवमी पर करें श्रीराम के क्षत्रिय रूप में दर्शन, Video

Ram Navami : महानवमी पर श्रीराम के क्षत्रिय रूपी दर्शन, महलवाड़ा में मूंछों वाले श्रीराम का अद्भुत मंदिर। रतलाम संस्थापक महाराज रतन सिंह राठौर ने कराया था मंदिर का निर्माण। क्षत्रिय रूप में भाई लक्ष्मण और माता सीता के साथ विराजित है श्री राम।

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Ram Navami

Ram Navami : मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आज हजारों मंदिर देश के साथ साथ विदेशों तक में मौजूद हैं और हर जगह श्रीराम के अलग-अलग और सुंदर रूपों का वर्णन देखने को मिलता है। कहीं वो राम लला के रूप में तो कहीं राजा राम के रूप में विराजित हैं। इसी तरह मौजूदा मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में रतलाम में श्रीराम का एक अलग रूप देखने को मिलता है। बता दें कि, यहां प्रभु श्रीराम क्षत्रिय रूप में विराजमान हैं।

यहां भगवान राम का मूंछों वाला रूप देखकर श्रद्धालु आश्चर्यचकित हो जाते हैं। भगवान राम का ये अनोखा मंदिर शहर के महलवाड़ा के पास भंडारी गली में स्थित है। इसकी प्रसिद्धि मूंछों वाले श्रीराम मंदिर के रूप में पूरे जिले में है। रामनवमी पर यहां सामान्य दिनों से अधिक भक्त यहां क्षत्रिय रूपी राम के दर्शन करने आते हैं।

सुनने में भले ही अजीब लगे, पर…

आमतौर पर भगवान राम के मंदिरों में भगवान की मूर्ति बिना मूंछों के ही देखने को मिलती है। लेकिन, शहर के महलवाडा के पास भंडारी गली में स्थित मूंछो वाले श्री राम के मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है। भगवान राम के मूंछों वाले स्वरूप का दर्शन करने श्रद्धालु यहां बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन प्रभु राम की ये प्रतिमा दिखने में नयनाभिराम और आकर्षित करती है।

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शहर संस्थापक महाराज ने कराया था मंदिर निर्माण

दरअसल, भगवान राम के इस रूप के पीछे की कहानी ये है कि, रतलाम शहर के संस्थापक महाराज रतन सिंह ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। रतलाम के क्षत्रिय महाराज ने भगवान राम को भी इस मंदिर में क्षत्रिय रूप में विराजित करने का निर्णय लिया। इसके बाद प्रभु श्री राम की मूंछों वाली मूर्ति मंगवाई गई थी। तब से ही इस मंदिर की प्रसिद्धि मूंछों वाले श्री राम मंदिर के रूप में होने लगी। इस मंदिर के पुजारी के अनुसार मूंछों वाले भगवान राम का यह अनोखा मंदिर संभवतः देश में एकमात्र मंदिर है। जहां भगवान क्षत्रिय रूप में विराजमान है।