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रेलवे समिति सदस्य ने मांगा बिल, नहीं दे पाया स्टॉल संचालक, देखें VIDEO

रेलवे स्टेशन पर ट्रेन आने के पहले ही विभिन्न प्लेटफॉर्म पर बनी प्याऊ के मुख्य वॉल को बंद कर दिया जा रहा है। इसका उद्देश्य पानी माफिया का पेयजल की बोतल को मनमाने दाम पर बिक्री करना है। जिनकी जिम्मेदारी इस गड़बड़ को रोकने की है, वो अपने बंद कमरे से बाहर आने को तैयार नहीं है। ऐसे में यात्रियों के साथ दाम के मामले में लूट जारी है।

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ratlam railway station news

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रतलाम. जावरा में रेल मंडल में यात्रियों को अधिक दाम पर खाद्य सामग्री देने व बिल नहीं देने के मामले की पोल भारतीय रेलवे की यात्री सुविधा वाली समिति के सामने ही पोल खुल गई। समिति के तीन सदस्य गुरुवार को जावरा स्टेशन पर पहुंचे। इनमे से एक सदस्य डॉ. अभिलाष पांडेय ने जब समोसा खाकर रुपए देकर बिल मांगा तो स्टॉल संचालक काफी देर तक बिल नहीं दे पाया। बाद में जब बिल दिया भी तो पूर्व का रिकार्ड नहीं दिखा पाया। भाजपा नेताओं ने समिति सदस्यों का स्वागत किया और ट्रेन के ठहराव की पूर्व की मांग को दोहराया।

रेट लिस्ट तक नहीं दिखती


प्लेटफॉर्म नंबर चार, गुरुवार, दोपहर करीब 2.15 बजे। प्लेटफॉर्म पर अमृतसर - मुंबई एक्सप्रेस के आने के पूर्व ही ट्रॉलियों में रखे गए सामान को इस तरह रखा गया कि प्रत्येक वस्तु की रेट लिस्ट को ही सुरक्षित तरीके से छुपा लिया गया। इसके बाद 15 रुपए वाली रेल नीर को 20 रुपए में बिक्री की जा रही है। इसमे जादुगरी ये कि पानी को चिल करने के नाम पर 5 रुपए अधिक लिए जा रहे है। बता दे पत्रिका पूर्व में भी अधिक दाम पर खाद्य सामग्री की बिक्री के मामले को उठा चुका है, लेकिन रेलवे का वाणिज्य विभाग अब तक कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं कर पाया है।

रात में नल में से गायब जल


बुधवार रात करीब 10.20 बजे भोपाल - जयपुर ट्रेन जैसे ही आई, उसके पूर्व ही आम यात्रियों के लिए बने प्याऊ में से नीर बंद हो गया। इसके बाद यात्रियों को अधिक दाम देकर पेयजल की बोतल लेने की मजबूरी बनी। असल में पानी माफिया इतना सक्रिय है कि जिस टंकी में से पानी आता है, उसका मुख्य वॉल ही मिलीभगत कर बंद करवा देता है। रेलवे का पानी विभाग इस मामले को देखने का काम करता है, लेकिन वो भी मिलीभगत के इस खेल में मिला हुआ है।

इधर दावा कुछ गलत नहीं


पत्रिका में पूर्व प्रकाशित समाचारों के बाद मंडल रेल प्रबंधक रजनीश कुमार ने वाणिज्य विभाग को कार्रवाई करने को कहा था। विभाग के स्टेशन पर पदस्थ अधिकारियों के अनुसार उनको ओवर रेट जैसा कुछ नजर नहीं आया है।

यहां करे शिकायत


ओवर रेट होने, पानी नहीं मिलने आदि मामले में यात्री 139 नंबर पर शिकायत कर सकते है।

अब बैठक में उठेगा मामला


कई दिनों से स्टेशन से ओवर रेट की शिकायत आ रही है। इस मामले को रेलवे अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक में उठाया जाएगा।


- सौरभ छाजेड़, सदस्य, मंडल रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति

IMAGE CREDIT: patrika