
Sarva Pritri Amavasya 2019: Pitra Dosh Easy Remedies
रतलाम। Sarva Pritra Amavasya 2019 : अक्सर ज्योतिषी यह कहते है कि जन्म कुंडली में पितृदोष है, इसलिए व्यक्ति सफल नहीं हो रहा है। जब कुंडली में पितृदोष, गुरु चांडाल योग, चंद्र चांडाल योग या ग्रहण योग हो तो घर में रहकर ही श्राद्ध 2019 विशेषकर सर्वपितृ अमावस्या 2019 को विशेष उपाय किए जा सकते है। इन उपाय में नाममात्र का व्यय होता है व जीवन की गाड़ी सफलता की और चलना शुरू हो जाती है। ये बात रतलाम के प्रसिद्ध ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने कही। वे भक्तों को पितृदोष से मुक्ति के आसान उपाय के बारे में बता रहे थे।
ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने बताया कि पितृपक्ष का सम्बन्ध पूर्वजों और पितरों से होता है। वे श्राद्ध के दौरान सूक्ष्म शरीर में आकर अपने लोगों की श्रद्धा ग्रहण करते हैं। इसके साथ ही जो उनको श्रद्धा से याद करता है उन अपने लोगों को आशीर्वाद भी देते हैं। पूर्वजों और पितरों का सम्बन्ध मुख्यत: राहु केतु, सूर्य, चंद्र और बृहस्पति से भी होता है। अगर कुंडली में इनसे सम्बंधित योग हों तो इसका निराकरण इस समय बहुत सरलता से हो सकता है। पितृ दोष, चंद्र केतु की यूति से बना ग्रहण योग, गुरु चांडाल दोष और ग्रहण योग के निराकरण के लिए यह सर्वोत्तम अवसर होता है।
चन्द्र ग्रहण दोष का उपाय
ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने बताया कि यह योग चंद्र केतु या चंद्र राहु के साथ होने से बनता है। इसके उपाय निम्न है -
- यह योग चन्द्र राहु के सम्बन्ध से बनता है।
- यह योग मानसिक समस्याएं, हार्मोन्स और रिश्तों की समस्याएं देता हैं।
- इसके निवारण के लिए पितृपक्ष में पवित्र नदी में स्नान करें।
सूर्य ग्रहण दोष का उपाय
ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने बताया कि यह योग जन्म कुंडली में सूर्य राहु के सम्बन्ध से बनता है। इसके आसान उपाय निम्न है -
- इसके कारण आंखों की, मान सम्मान की, रोजगार की और रिश्तों की समस्या होती है।
- इसके निवारण के लिए पितृपक्ष में सूर्य देव को काले तिल मिलाकर जल अर्पित करें।
- ब्रह्म पुराण में उल्लिखित "सूर्य स्तोत्र" का पाठ करें।
- किसी पुरुष को लकड़ी की वस्तु उपहार में दें।
- अमावस्या के दिन किसी निर्धन व्यक्ति को गुड का दान करें।
गुरु चांडाल दोष का उपाय
ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने बताया कि यह योग गुरु च राहु के कुंडली में साथ रहने से बनता है। इसके उपाय निम्न है -
- यह योग राहु और बृहस्पति के साथ रहने से बनता है।
- इस योग के होने पर जीवन में कई तरह की समस्याएं आती हैं।
- विवाह, स्वास्थ्य और संतान के मामले में इसके परिणाम शुभ नहीं होते।
- इसके निवारण के लिए पितृपक्ष में केले का दान करें।
- रोज शाम को गीता के ग्यारहवें अध्याय का पाठ करें।
- रोज शाम को उरद के बडे़ और पानी किसी भूखे को खिलाएं।
- अगर संभव हो तो एक पीपल का वृक्ष लगवा दें।
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ये उपाय भी करके लाभ ले सकते
ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने बताया कि उपर बताए योग के उपाय तो किए ही जा सकते है इसके अलावा नीचे दिए और आसान उपाय से भी लाभ होता है।
- नित्य पितरों को जल में सफेद फूल डालकर अर्घ्य दें।
- अपनी माता या किसी महिला को वस्त्र और आभूषण का दान करें।
- पूरे पितृपक्ष में सुबह शाम रुद्राष्टकम का पाठ करें।
- अमावस्या के दिन किसी निर्धन को चावल का दान करें।
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Updated on:
16 Sept 2019 10:41 am
Published on:
16 Sept 2019 10:36 am
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