
रेलवे स्टेशन पर श्रमिक ने पूछा यां ती कसतर जावांगा, कलेक्टर ने कहा...अठे तक आया हो, आगे भी भेजांगा
रतलाम. अठे तो अई गया, अबे यां ती कसतर जावांगा, अठे तक अईगया हो, आगे भी भेजांगा, यह मालवी में बातचीत बुधवार को रेलवे स्टेशन पर श्रमिक व कलेक्टर रूचिका चौहान के बीच हुई। असल में श्रमिक ने सवाल किया था कि यहां तक तो आ गए है, लेकिन आगे किस तरह जाएंगे, कलेक्टर ने जवाब देते हुए कहा कि यहां आ गए हो, आगे भी भेजा जाएगा। रतलाम एंट्री प्वाइंट पर बुधवार को 35 जिलों के 1863 श्रमिकों को 47 बसों से भेजा गया। पहली बार राजस्थान के झालावाड़ के श्रमिकों को भेजा गया।
सुबह तय समय अनुसार 8.30 बजे बस प्लेटफॉर्म नंबर चार पर आई। यहां पर श्रमिकों के तापतान की जांच के बाद लाइन लगाकर एक-एक करके अलग-अलग जिलों की बस में बिठाया गया। इस दौरान ट्रेन से उतरने पर प्रत्येक श्रमिक व उनके परिवार के सदस्यों को सैनिटाईज किया गया। इस दौरान रेलवे कर्मचारी सहित वॉलिंटियर लगातार कार्य करते रहे। इस दौरान एसपी गौरव तिवारी, सीईओ जिला पंचायत संदीप केरकेट्टा, नगर निगम आयुक्त एसके सिंह, सहायक वाणिज्य प्रबंधक एसपी चौबे सहित रेलवे के स्टेशन पर पदस्थ अधिकारी उपस्थित रहे।
इन जिलों में भेजा श्रमिकों को
सिवनी 4, रतलाम 244, भोपाल 7, दमोह 34, सागर 16, सिधी 3, सिंगरोली 63, जबलपुर 24, मंडला 10, शहडोल 10, ग्वालियर 19, झाबुआ 215, अलीराजपुर 26, मंदसौर 55, नीमच 15, उज्जैन 75, आगर 70, मुरैना 99, भिंड 334, धार 61, रीवा 112, गुना 10, बड़वानी 59, शिवपुरी 33, छतरपुर 129, सतना 11, छिदवाड़ा 21, बैतुल 2, विदिशा 22, पन्ना 16, उमरिया 14, इंदौर 6, खंडवा 10, देवास के 3 श्रमिकों को बस से भेजा गया।
एक बस झालावाड़ गई
मप्र के श्रमिकों के अलावा राजकोट से आई ट्रेन में पहली बार राजस्थान के झालावाड़ के श्रमिक भी आए। इनके लिए अलग से एक बस को भेजा गया। झालावाड़ के 28 श्रमिक आए थे, इनको भी बस से रवाना किया गया। इसके पूर्व नियम अनुसार सभी श्रमिकों को भोजन के पैकेट व पानी आदि की व्यवस्था की गई।
Published on:
14 May 2020 10:40 am
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