video मध्यप्रदेश में रेल हादसा, कई ट्रेन हुई प्रभावित
मध्यप्रदेश के रतलाम रेल मंडल में बड़ा रेल हादसा हो गया है। इससे कई यात्री ट्रेन सहित मालगाडिय़ों पर असर हुआ है। यात्री ट्रेन को अन्य पटरियों से चलाया जा रहा है। ट्रेन हादसे की जांच के आदेश जारी हो गए है।
Train accident in Madhya Pradesh, many trains affected
रतलाम. मध्यप्रदेश के रतलाम रेल मंडल में बड़ा रेल हादसा हो गया है। इससे कई यात्री ट्रेन सहित मालगाडिय़ों पर असर हुआ है। यात्री ट्रेन को अन्य पटरियों से चलाया जा रहा है। ट्रेन हादसे की जांच के आदेश जारी हो गए है। दुर्घटना स्थल पर रेल मंडल के कई आला अधिकारी पहुंच गए है। देर रात तक शुरुआती रुप से कुछ कर्मचारियों का निलंबन किए जाने के संकेत मिल रहे है।
रेल मंडल के दिल्ली – मुंबई राजधानी रेल मार्ग पर रेलवे ट्रैक के रखरखाव के लिए गई ट्रैक्शन रेल ही बे पटरी हो गई है। घटना गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे बाद की है। मामले में सूचना मिलने के बाद दिल्ली – मुंबई राजधानी रेल मार्ग के अनास स्टेशन से रखरखाव वाला दल भेजा गया है। मंडल रेलप्रबंधक विनीत गुप्ता भी स्वयं दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए है। पूरे मामले की जांच के लिए तीन अधिकारियों की कमेटी बनाई गई है। इन अधिकारियों को यह सख्त हिदायत दे दी गई है कि दस दिन में जांच रिपोर्ट देना होगी। ट्रैक्शन रेल का काम रेलवे ट्रैक पर गिट्टी – मिट्टी को सही करना होता है।
यहां पर हुई रेल दुर्घटना रेलवे के आला अधिकारियों के अनुसार दिल्ली – मुंबई रेल मार्ग पर रतलाम – दाहोद सेक्शन में मेघनगर – अनास के बीच 567 – 25 किमी पर ट्रैक्शन रेल बे पटरी हो गई। रेल के दोनों दिशा के व्हील पटरी से उतर गए। दोपहर करीब 3 बजे हुई इस रेल दुर्घटना के बाद चालक दल के सदस्यों ने रेलवे नियंत्रण कक्ष को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद दोपहर करीब 3 बजे अनास से रखरखाव वाले दल को भेजा गया।
दूसरे रूट से निकली कई ट्रेन ट्रैक्शन रेल के बे पटरी होने के बाद दिल्ली से मुंबई तक का रेल मार्ग अप लाइन पर बंद हो गया। इसके बाद डाउन लाइन से दोनों दिशा की यात्री ट्रेन व मालगाड़ी को निकाला गया है।
तीन अधिकारी करेंगे जांच पूरे मामले में सूचना जब रेलवे नियंत्रण कक्ष को मिली, उस समय मंडल रेल प्रबंधक गुप्ता बामनिया – मेघनगर सेक्शन में निरीक्षण कर रहे थे। सूचना मिलने के बाद डीआरएम गुप्ता दल – बल के साथ स्वयं ही दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए व रखरखाव कार्य जल्दी हो इसके लिए निर्देश दिए गए। पूरे मामले की जांच के लिए तीन अधिकारियों की कमेटी बना दी गई है। दल के सदस्यों को दस दिन में अपनी पूरी जांच रिपोर्ट देना होगी।