
Chanakya Niti on Poverty : चाणक्य नीति में गरीबी के कारण (फोटो सोर्स: Patrika Design Team)
Chanakya Niti on Poverty : हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी को धन, सौभाग्य और समृद्धि की देवी माना गया है. हर व्यक्ति चाहता है कि उसके घर में सदैव मां लक्ष्मी का वास हो और जीवन में कभी आर्थिक तंगी न आए. लेकिन आचार्य चाणक्य ने अपने नीति-शास्त्र में कुछ ऐसी आदतों और परिस्थितियों का उल्लेख किया है, जिनके कारण मां लक्ष्मी किसी घर में रहना पसंद नहीं करतीं. वे बताते हैं कि कुछ गलतियां ऐसी होती हैं, जिनके चलते घर में लगातार कंगाली, तनाव और परेशानियों का माहौल बना रहता है.
सबसे पहली बात, चाणक्य कहते हैं कि जिस घर में हमेशा झगड़ा, विवाद और क्लेश का वातावरण हो, वह घर मां लक्ष्मी को बिल्कुल पसंद नहीं है. आज की व्यस्त जीवनशैली में घरों में बहस या तनाव होना आम बात हो गई है, लेकिन जब यह आदत में बदल जाए और घर में रोजाना लड़ाई-झगड़ा होने लगे, तो यह अशुभ माना जाता है. लगातार नकारात्मक ऊर्जा बनने से घर का वातावरण दूषित होता है, और ऐसी जगह लक्ष्मी का वास स्थिर नहीं रह पाता.
चाणक्य आगे कहते हैं कि घर में रहने वाले लोगों का व्यवहार भी महत्वपूर्ण है. अगर परिवार के सदस्य एक-दूसरे के प्रति सम्मान और प्रेम न रखें, तो घर में शांति नहीं रह सकती. जहां शांति का माहौल नहीं होता, वहां सुख और समृद्धि भी टिक नहीं पाती. इसलिए परिवार में मधुरता और समझदारी का होना जरूरी है.
मान्यता है कि घर में बढ़ता क्लेश सिर्फ आर्थिक तंगी ही नहीं लाता, बल्कि जीवन में कई तरह की मुश्किलें बढ़ा देता है. जब मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं, तो व्यक्ति की तरक्की रुक जाती है, कमाई के साधन कम होने लगते हैं और घर में लगातार खर्चे बढ़ते जाते हैं. साथ ही मानसिक तनाव भी बढ़ता है, जिससे परिवार की खुशियां धीरे-धीरे खत्म हो जाती हैं.
चाणक्य का कहना है कि अगर आप चाहते हैं कि घर में धन-समृद्धि बनी रहे, तो परिवार में शांति बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है. छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद बढ़ाने के बजाय उन्हें तुरंत सुलझाना चाहिए. घर में साफ-सफाई, सकारात्मक सोच और आपसी सद्भाव बनाए रखने से मां लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं और घर पर हमेशा उनकी कृपा बनी रहती है.
अस्वीकरण (Disclaimer): इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। यहाँ दी गई ज्योतिष, वास्तु या धार्मिक जानकारी मान्यताओं और विभिन्न स्रोतों पर आधारित है। हम इसकी पूर्ण सटीकता या सफलता की गारंटी नहीं देते हैं। किसी भी उपाय, सलाह या विधि को अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के प्रमाणित विशेषज्ञ या विद्वान से परामर्श अवश्य लें।
Published on:
24 Dec 2025 05:30 pm
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