हालांकि कुछ ही देर के लिए ये छांव दे पा रहे थे, फिर मौसम जब खुल जाता तो तेज धूप होने लगती। तापमान अधिकतम ४६ डिग्री और देर शाम न्यूनतम 30 डिग्री दर्ज किया गया। शहर के बाजार क्षेत्र में अन्य दिनों में दोपहर के समय चहल-पहल रहती है लेकिन नौतपा के पहले दिन ही दोपहर के समय सड़कों से लेकर बाजार तक में सन्नाटा छाया रहा। इस सन्नाटे का असर दुकानें बंद होने तक रहा। कम संख्या में ही लोग बाहर निकले। लॉकडाउन के कारण सायं छह बजे दुकानें बंद की जाती हैं। इस दौरान तक तापमान तेज रहा। नौतपा के कारण ३१ मई तक तेज गर्मी पड़ेगी। अभी पारा और चढ़ेगा।
नौतपा या फिर तेज गर्मी के दिनों में लोग शीतल पेय और खाद्य पदार्थों का सेवन कर राहत महसूस करते हैं। इस वर्ष लॉकडाउन के कारण सड़कों के किनारे गन्ने के जूस, शिकंजी, आइसक्रीम, बर्फ आदि के ठेले नजर नहीं आ रहे हैं। वहीं खानपान की अन्य दुकानें भी बंद होने से फल, दही, जूस एवं अन्य खाद्य व पेय सामग्री नहीं मिल पा रही है। सोशल मीडिया के जरिए लोगों ने प्रशासन से मांग भी उठाई है कि गर्मी से राहत देने के लिए कुछ व्यवस्थाओं में ढील देकर दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए।
इस बार शहर में कम संचया में प्याऊ नजर आ रहे हैं। इसकी प्रमुख वजह भी लॉकडाउन को ही माना जा रहा है। क्योंकि पहले की तरह अधिक सं या में लोग सड़कों पर नहीं आ रहे हैं, इस वजह से अभी प्याऊ भी कम खोले गए हैं। बायपास में हाइवे से गुजरने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए कई जगह खाने और पीने के इंतजाम किए गए हैं। बताया जा रहा है कि शहर में भी प्याऊ की संख्या बढ़ाने की तैयारी चल रही है।