
nurses in the medical college, now the sweepers are on indefinite strike, temporary arrangements started to answer
रीवा. नर्सेस एसोसिएशन के साथ ही अब अस्पताल के स्वीपर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए। जिससे अस्पताल में परिसर से लेकर वार्ड तक साफ-सफाई की व्यवस्था बेपटरी हो गई। नर्सेस की हड़ताल 7वें दिन भी जारी है। इधर, संजय गांधी अस्पताल में अस्थाई व्यवस्था भी जवाब देने लगी है। वार्ड में ज्याादातर तीमारों ने जूडा व नर्सिंग स्टूडेंट के सहयोग से दवा वितरण शुरू कर दिया है। गायनी वार्ड में अव्यवस्था के चलते प्रसूताएं निजी अस्पतालों में जाने को विवश हो गई हैं।
600 नर्सें अनिश्चित कालीन हड़ताल पर
मंगलवार को भी मेडिकल कालेज परिसर में नर्सें 12 सूत्रीय मांगों पर अड़ीं रहीं। जिले में सजय गांधी अस्पताल से लेकर जिला अस्पताल समेत सीएचसी-पीएचसी स्तर पर 600 नर्सें अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। पिछले कई दिनों से हड़ताल का असर सरकारी अस्पतालों में पडऩे लगा है। संजय गांधी अस्पताल में कुछ सीनियर नर्सेस को छोड दे तो ज्यादातर नर्सिंग स्टूडेंट के भरोसे व्यवस्था चल रही हैं। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना शासन को दी है।
160 स्वीपरो के साथ वार्ड सर्वेयर भी हड़ताल पर
संजय गांधी अस्पताल में आउस सोर्स से 160 स्वीपर साफ-सफाई के लिए रखे गए हैं। स्वीपर भी मांगों को लेकर मंगलवार को नर्सेस एसोसिएशन के समर्थंन के साथ स्वयं अनिश्ति कालीन हड़ताल शुरू कर दिया है। बताया गया कि संजय गांधी अस्पताल में स्वीपर के साथ वार्ड सर्वेयर भी हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे अस्पताल में साफ-सफाई की व्यवस्था चरमरा गई है। अस्पताल में सफाई की व्यवस्था 23 रेगुलर स्वीपर के भरोस हो गई है।
कोर्ट में आज जवाब प्रस्तुत करेगा एसोसिएशन
-नर्सेसं एसोसिएशन का मामला कोर्ट पहुंच गया है। शासन ने पांच जुलाई को अपना पक्ष रख दिया है। कोर्ट ने सात जुलाई को एसोसिएशन का पक्ष रखने के लिए बुलाया है। बताया गया कि दोपहर बाद नर्सेस एसोसिएशन का फैसला आने की संभावना है।अब नर्सों के आंदोलन की आगे की रूपरेखा कोर्ट के फैसले पर टिकी हुई है।
सीएचसी-पीएचसी में बेपटरी हुई स्वास्थ्य सेवाएं
जिले में सीएचसी-पीएचसी में भी स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी हो गई हैं। नर्सेस ऐसोसिएशन के समर्थन में त्योथर सीएचसी समेत जिले की अन्य सीएचसी में भी नर्सेस हड़ताल शुरू कर दी हैं। जिला मुख्यालय पर जिला अस्पताल में पचास से अधिक नर्सेस अनिश्चत कालीन हड़ताल पर हैं। कुल मिलाकर 200 से अधिक हड़ताल के समर्थन में आ गई हैं।
Published on:
07 Jul 2021 12:14 pm
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