29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सौर ऊर्जा के सबसे बड़े संयंत्र में तकनीकी खामियों के बावजूद सरकार जल्द चाहती है लोकार्पण, जानिए आखिर क्यों है इतनी जल्दबाजी

मंत्री ने सोलर प्लांट का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिया निर्देश, 15 अगस्त को प्लांट के लोकार्पण की सरकार ने प्रस्तावित कर रखी है तिथि

2 min read
Google source verification

रीवा

image

Mrigendra Singh

Jun 15, 2018

ultra mega solar power plant rewa

ultra mega solar power plant rewa madhyapradesh

रीवा। अल्ट्र्रा मेगा सोलर पॉवर प्लांट के निर्माण में अभी व्यापक रूप से तकनीकी कमियां रह गई हैं, निर्माण से जुड़े कई कार्य अधूरे हंै। इसके बावजूद जल्द ही लोकार्पण कराए जाने की तैयारी उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ला कर रहे हैं।
उन्होंने प्लांट परिसर का निरीक्षण किया और कार्यों की वर्तमान स्थिति को देखा भी, इसके बावजूद कहा है कि यह सबसे बड़ा सोलर पॉवर प्लांट है, इसे प्रधानमंत्री के हाथों 15 अगस्त को लोकार्पित कराएंगे। जो भी अधूरे कार्य हैं उन्हें पूरा करने का निर्देश नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के अधिकारियों और बिजली उत्पादन की कंपनियों के अधिकारियों के साथ मंत्री ने काफी देर तक चर्चा की। प्लांट के भ्रमण के दौरान मंत्री को बताया गया कि कूलिंग स्टेशन और अन्य कई निर्माण में अभी करीब दो महीने तक का समय लग सकता है। इस कारण सितंबर तक का समय लग जाएगा।

दिसंबर तक निर्माण कराने का है अनुबंध
कंपनियों को प्लांट का निर्माण कराने के लिए आगामी दिसंबर महीने तक का समय अनुबंध के अनुसार है। दिसंबर से पहले ही मध्यप्रदेश में विधानसभा के चुनाव प्रस्तावित हैं, इस वजह से आचार संहिता लगने के पहले ही प्रदेश सरकार इस बड़े प्रोजेक्ट का लोकार्पण कराना चाहती है। इसे विकास का बड़ा उदाहरण सरकार द्वारा बताया जा रहा है। कुछ समय तक कांग्रेसी यह कहते रहे कि यूपीए सरकार ने इस प्राजेक्ट को स्वीकृत किया था, लेकिन भाजपा के नेता स्वयं की उपलब्धि बताने में सफल हुए हैं और अब कांग्रेसी चुप हैं।

35 बिन्दुओं की कमियां बता चुकी है दिल्ली की टीम
कुछ दिन पहले ही दिल्ली से सोलर पॉवर प्लांट का निरीक्षण करने एक टीम आई थी। जिसने हर मानक का बारीकी से परीक्षण किया था। 35 बिन्दुओं की तकनीकी समस्याओं का उल्लेख किया गया है। कहा गया है कि उक्त कमियों को पूरा करने के बाद ही प्लांट को प्रारंभ करने की दिशा में काम किया जाए। इन बिन्दुओं पर काम तेजी के साथ शुरू किया गया है। सप्ताह भर अपनी कार्ययोजना की रिपोर्ट कंपनियां सौंपेंगी कि किस तकनीकी खामी को कब तक में सुधार पाएंगी।

प्रशिक्षणार्थियों को किट भी वितरित किया
उद्योग मंत्री ने सोलर प्लांट का भ्रमण करने के बाद विद्युत उत्पादन कंपनी महिन्द्रा द्वारा आजीविका प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षणार्थियों को किट प्रदान किया गया। कंपनी ने प्लांट के आसपास के गांवों में बांस के बर्तन बनाने का प्रशिक्षण देने का काम प्रारंभ किया है।