वेटनरी कॉलेज में छात्र पिछले सात दिन से हड़ताल पर हैं। तीन दिन से आधा दर्जन छात्रों ने भूखहड़ताल शुरू कर दिया है। भूखहड़ताल करने वाले खुशी जैन, विनोद दांगी, विकलेश, मनीषा और रामेश रजोरिया की तबियत बिगड़ गई। रोमेश रजोरिया की हालत ज्यादा बिगडऩे पर जिला अस्पताल के इमर्जेंस वार्ड में रखा गया है। सूचना के पांच घंटे के बाद भी डॉक्टरों की टीम नहीं पहुंचीं। इसके बाद छात्रों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी। एसडीएम हुजूर फरहीन खान और एसपी सिटी शिवेन्द्र ङ्क्षसह मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाइश दी। एसडीएम ने कहा आप की मांगों का ज्ञापन शासन और विभाग को भेज दिया गया है। जो भी कुछ होगा वह शासन से ही होगा। हड़ताल खत्म करिए। भूख हड़ताल पर छात्र देरशाम तक बैठे रहे।
इनकी प्रमुख मांगों में प्रदेश भर में 1671 स्वीकृत पदों को बढ़ाकर सात हजार करने और इंटर्नशिप के दौरान ४६०० रुपए मिलने वाले मानदेय को 20 हजार रुपए करने की मांग शामिल है। पीजी के छात्र सुबह दस से सायं पांच बजे तक एवं अवकाश के दिन भी ड्यूटी करते हैं तो इसके लिए विशेष मानदेय देने की मांग शामिल हंै। वेटरनरी कॉलेज के छात्रों की सरकार से प्रमुख नाराजगी की एक वजह यह भी है कि सरकार अब प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की तर्ज पर वेटरनरी कॉलेज प्राइवेट खोलने की अनुमति देने की तैयारी कर रही है। छात्रों का कहना है कि सरकार वेटरनरी के डॉक्टर तो अधिक संख्या में तैयार करवा देगी लेकिन उनके लिए रोजगार के संसाधन उपलब्ध नहीं कराने से परेशानी और बढ़ेगी। मेडिकल छात्रों की तरह वेटरनरी छात्रों के पास विकल्प कम रहेंगे। इस धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से डॉ रविन्द्र गोले, मयंक शर्मा, गुरुदत्त दोनेरिया, आदित्य कुरकुरे, आशीष चौधरी, विकलेश सिंह सहित कई अन्य छात्रों ने कहा है कि मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा।