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बिग ब्रेकिंग: कैराना उपचुनाव में महागठबंधन के लिए इस नेता की पहल पर चल रहा मंथन, हो सकता है बड़ा फेरबदल

भाजपा को लग सकता है तगड़ा झटका

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सहारनपुर। कैराना उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां पूरे उफान पर हैं। इस सीट के लिए 3 मई से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जो 10 मई तक चलेगी। इसी बीच कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष और नकुड़ विधानसभा से विधायक रहे इमरान मसूद कांग्रेस, सपा और रालोद का महागठबंधन कराने की कोशिश में लगे हुए हैं।

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सूत्रों के मुताबिक इमरान मसूद चाहते हैं कि महागठबंधन हो और जयंत चौधरी यहां से महागठबंधन के प्रत्याशी बनें। आपको बता दें कि कैराना लोकसभा सीट में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिनमें से दो विधानसभा क्षेत्र नकुड़ और गंगोह भी हैं। गंगोह इमरान मसूद का होमटाउन है जबकि नकुड़ से वे खुद 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर 90 हजार से भी ज्यादा वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहे थे।भाजपा सरकार में मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी से हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट से 1969 में उनके पिता रशीद मसूद विधायक रह चुके हैं। इसलिए इन दोनों सीटों पर उनका अच्छा प्रभाव है। साथ ही कैराना लोकसभा में आने वाले कुल 16 लाख मतादाताओं में मुस्लिम मतदाता अच्छी संख्या में हैं।

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इसके अलावा जहां गुरुवार को भाजपा के बड़े नेताओं का शामली में जमावड़ा लगा रहा। वहीं शुक्रवार को लखनऊ स्थित अखिलेश यादव के घर पर बाकी दलों की बैठक बुलाई गई। सूत्रों के अनुसार, खबर लिखे जाने तक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के घर पर सपा, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) और कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक चल रही थी। इसमें महागठबंधन की संभावनाओं पर विचार चल रहा है।

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सपा मुखिया अखिलेश यादव के घर पर चल रही बैठक
गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव जीतने के बाद सपा और बसपा गठबंधन के कैराना में साथ लड़ने की चर्चा थी। रालोद ने भी इसमें शामिल होने की इच्छा जताई थी। रालोद की तरफ से जयंत चौधरी के मैदान में उतरने की चर्चा चल रही है। वेस्ट यूपी के कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली में हुई बैठक में रालोद के समर्थन की सलाह दी थी। इसी को लेकर शुक्रवार को दोपहर करीब साढ़े 12 बजे अखिलेश यादव के घर पर सपा, बसपा, रालोद और कांग्रेस के नेताओं की बैठक बुलाई गई थी। बताया जा रहा है कि इस बैठक में जयंत चौधरी को महागठबंधन का प्रत्याशी बनाए जाने पर विचार हो रहा है।

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सपा के दावेदारों को लगेगा झटका
वहीं, अगर यह महागठबंधन होता है और जयंत चौधरी को इसके प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारा जाता है तो सपा से टिकट मांग रहे दावेदारों को बड़ा झटका लग सकता है। अब तक पूर्व सांसद तबस्सुम हसन को कैराना से सपा के टिकट का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। उनके अलावा कुछ और नेता भी टिकट की लाइन में थे। हालांकि, गुरुवार तक तो यह चर्चा रही कि सपा अपना उम्मीदवार उतारेगी, लेकिन शुक्रवार को हो रही बैठक के बाद अब तस्वीर बदल सकती है।