
देवबंद. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात के बाद जमीयत-उलमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से दिल्ली में मुलाकात की है। इसको लेकर अरशद मदनी ने कहा है कि उनकी मुलाकात महज शिष्टाचार भेंटवार्ता थी। इस तरह एक बाद एक देश के प्रमुख नेताओं से बातचीत मदनी की मुलाकातों से राजनीतिक गलियारों में कयासों का दौर शुरू हो गया है।
बता दें कि मौलाना अरशद मदनी कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से दिल्ली मिलने पहुंचे थे। इस दौरान करीब डेढ़ घंटे तक दोनों के बीच विशेष बातचीत हुर्इ। अरशद मदनी के साथ इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि 10 जनपथ स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे मौलाना मदनी ने सोनिया गांधी से देश के वर्तमान हालात पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने से लेकर देश के कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।
बता दें कि इससे पहले जमीयत-उलमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैय्यद अरशद मदनी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की थी। जिसको लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद ने उन पर तमाम सवाल उठाते हुए राजनीति को गर्मा दिया था। उन्होंने आरएसएस की चौखट पर मदनी के जाने को लेकर तीखा हमला बोला था।
इसके बाद बसपा सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने मदनी को बचाव करते हुए इमरान मसूद को आड़े हाथ लिया था। उन्होंने कहा कि नफरत भरे इस माहौल में अगर कोई भाईचारा मजबूत करने के लिए पहल कर रहा है तो इसमें क्या बुराई है। उन्होंने कहा कि इमरान मसूद और उनका परिवार हमेशा से अपने फायदे के लिए उलमा की बुराई करता रहा है। इमरान हिन्दू-मुस्लिमों को बांटने के लिए अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं।
Published on:
08 Sept 2019 10:15 am
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