
सतना। इस विधानसभा चुनाव के मतपत्र में कुछ उम्मीदवारों के नाम ऊपर नीचे हो सकते हैं। इसकी वजह निर्वाचन आयोग की वर्णमाला से एक संयुक्त व्यंजन का गायब होना है। आयोग द्वारा वर्णमाला के इस बदलाव की वजह से क्षमा का नाम त्रिवेणी के बाद आएगा, जबकि स्कूली पाठ्यक्रम की वर्णमाला के अनुसार पहले क्षमा का नाम आता है फिर त्रिवेणी का।
वर्णमाला से गायब है 'त्र'
निर्वाचन आयोग ने मतपत्रों में उम्मीदवारों का क्रम निर्धारित करने की प्रक्रिया जारी कर दी है। उम्मीदवारों के क्रम का निर्धारण हिन्दी वर्णमाला के अनुसार किया जाएगा। इसके लिए चुनाव आयोग ने रिटर्निंग अधिकारियों ने लिए हिन्दी वर्णमाला की प्रति भी भेजी है। लेकिन इस वर्णमाला से संयुक्त व्यंजन 'त्र' गायब है। इसके कारण कई अभ्यर्थियों के नामों का क्रम स्कूली पाठ्यक्रम की हिन्दी वर्णमाला के क्रम से ऊपर नीचे रहेगा।
बताया शिक्षा मंत्रालय से स्वीकृत
हालांकि चुनाव आयोग ने जो वर्णमाला भेजी है उसें शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वीकृत होना बताया है। इसमें सबसे पहले क्रम का निर्धारण स्वर फिर मात्रा और उसके बाद व्यंजन को देखा जाएगा। मसलन किसी का नाम अमर और किसी का नाम कमाल है तो पहले अमर का नाम आएगा। क्योंकि स्वर 'अ' व्यंजन 'क' के पहले आता है।
यहां हुआ बदलाव
स्कूली पाठ्यक्रम में जो ककहरा (वर्णमाला) पढ़ाई जाती है उसमें संयुक्त व्यंजन का क्रम 'क्ष', 'त्र', 'ज्ञ' होता है। लेकिन चुनाव आयोग ने जो वर्णमाला भेजी है उसमें 'त्र' गायब है। आयोग ने गाइड लाइन में दिए स्पष्टीकरण में यह जरूर बताया गया है कि 'त्र' का क्रम 'त' के बाद रहेगा। ऐसे में अगर किसी अभ्यर्थी का नाम क्षमा और किसी का त्रिवेणी है तो पहले त्रिवेणी आएगा उसके बाद क्षमा नाम लिखा जाएगा। यही क्रम मतपत्र पर भी अंकित होगा।
इसी आधार पर छपेंगे मतपत्र
आयोग द्वारा भेजी गई वर्णमाला के अनुसार नामांकन दाखिल करने वाले अभ्यर्थियों के क्रमाें का निर्धारण शुरू कर दिया गया है। इस क्रम के आधार पर ही प्रतीक चिन्ह (चुनाव चिन्ह) का आवंटन किया जाएगा। इसके बाद यही क्रम मतपत्र पर अंकित होने के लिए भेजा जाएगा।
Published on:
01 Nov 2023 10:01 am
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