
satna e hospital
सतना. जिला अस्पताल को ई-हॉस्पिटल में परिवर्तित करने के लिए कलेक्टर मुकेश शुक्ला द्वारा दिए गए टॉस्क को एनआइसी ने समय पर पूरा कर दिया है। प्रथम चरण के सिस्टम को डेमो सर्वर से हटाकर सोमवार को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया गया। प्राथमिक व्यवस्था के गो-लाइव होते ही अब पूरे सिस्टम को सीएम के बटन दबाने का इंतजार है। साथ ही यहां की ओपीडी, आइपीडी की व्यवस्था आनलाइन हो जाएगी और मरीजों की इंट्री आनलाइन होना शुरू हो जाएगी। सोमवार को एनआइसी के डीआईओ आशीष शुक्ला और इंजीनियर मनोहर कुमार ने जिला अस्पताल पहुंच कर डेमो सर्वर में की गई इंट्री की स्थितियों की जांच की। प्रशिक्षित स्टाफ से एनआईसी के साफ्टवेयर के उपयोग संबंधी जानकारी ली गई। इसमें सबकुछ सही पाए जाने के बाद ई-हास्पिटल सिस्टम को डेमो सर्वर से हटा कर आनलाइन कर दिया गया। इस प्रक्रिया को गो-लाइव नाम से जाना जाता है।
फाइनल टेस्टिंग
एनआइसी के अधिकारियों ने गो-लाइव करने के बाद ओपीडी की डाटा इंट्री सहित आइपीडी इंट्री, डिस्चार्ज के दौरान पेपर स्कैन अपलोडिंग आदि की जांच की। बिलिंग सिस्टम का भी परीक्षण किया गया। पूरा सिस्टम पूरी तरह से रन करना पाया गया। इसके बाद इसे आनलाइन करने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ एसबी सिंह भी मौजूद रहे।
डमी फीडिंग शुरू
एनआइसी द्वारा सिस्टम को ऑनलाइन करने के साथ ही इसमें मरीजों की इंट्री प्रारंभ करवा दी गई है। हालांकि सीएम के उद्घाटन करने तक इसे रियल टाइम ऑन लाइन नहीं किया जा रहा है। जैसे ही सीएम द्वारा वन क्लिक की जाएगी जिला अस्पताल में रियल टाइम आन लाइन इंट्री शुरू कर दी जाएगी। तब तक इस इंट्री को बैक डोर इंट्री के रूप में प्रयोग किया जा रहा है।
कलेक्टर को दी रिपोर्ट
देर शाम इ-हास्पिटल सिस्टम लांच होने के साथ ही इसकी रिपोर्ट कलेक्टर मुकेश शुक्ला को एनआईसी द्वारा दी गई। इस पर कलेक्टर ने 19 जुलाई को मेडिकल कालेज के भूमिपूजन के साथ ही इस अत्याधुनिक सिस्टम का उद्घाटन करने की सहमति दे दी गई।
Published on:
17 Jul 2018 09:08 am
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